प्रदीप शर्मा
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम को सीबीआई की टीम ने बुधवार की शाम हाईवोल्टेज ड्रामा के बाद गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के थोड़ी देर पहले ही चिदंबरम ने कांग्रेस दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसके बाद CBI की टीम उनके घर पहुंच गई. चिदंबरम के घर का दरवाजा बंद होने के कारण CBI के अधिकारी दीवार फांदकर घर में घुस गए. सीबीआई की टीम चिदंबरम के जोर बाग स्थित आवास पर पहुंची थी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार करके सीबीआई के मुख्यालय ले जाया गया. पी चिदंबरम की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता उनके घर के बाहर जमा हो गए थे. इस दौरान बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता भी वहां पहुंचे. बाद में कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच आपसी झड़प की खबरें आई. इससे पहले की हालात बिगड़े पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को वहां से हटा दिया. बता दें कि पी चिदंबरम की गिरफ्तारी के बाद उनकी मेडिकल जांच भी कराई जाएगी. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई डॉक्टरों की टीम को सीबीआई मुख्यालय में ही बुला सकती है. इन सब के बीच कई कांग्रेसी कार्यकर्ता इस गिरफ्तारी के खिलाफ सीबीआई मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं।
गिरफ्तार होने से पहले उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान कहा, ”मैं कानून से भागा नहीं हूं. मैं न्याय के लिए लड़ रहा था. मैं अपना सिर ऊंचा करके रहूंगा. जीवन और आजादी में बेहिचक आजादी चुनूंगा और आजादी के लिए लड़ना पड़ता है. INX मामले में मेरे खिलाफ आरोप नहीं है. शुक्रवार तक एजेंसियों को रुकना चाहिए.” प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ सलमान खुर्शीद, कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी भी मौजूद थे।
बता दें कि आईएनएक्स मीडिया मामले में आरोपों का सामना कर रहे पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम बुधावार देर शाम नाटकीय ढंग से कांग्रेस मुख्यालय पर पहुंचे और दावा किया कि वह कानून से भाग नहीं रहे हैं एवं उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं. उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय के मीडिया हॉल में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए यह दावा किया. संवाददाताओं से बातचीत के फौरन बाद चिदंबरम राजधानी के सभ्रांत इलाके जोरबाग स्थित अपने आवास पर पहुंच गये. इसी आवास पर कल रात प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने उनके नाम से एक नोटिस चस्पा किया था।
चिदंबरम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि लोकतंत्र की बुनियाद स्वतंत्रता है. मैंने स्वतंत्रता का चुनाव किया है.” उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में बहुत कुछ हुआ जिससे बहुत लोगों को चिंता हुई और भ्रम की स्थिति पैदा हुई. चिदंबरम ने कहा, ‘‘मैं किसी अपराध का आरोपी नहीं हूं. मेरे परिवार का कोई सदस्य इस मामले में आरोपी नहीं है.” उन्होंने कहा कि ऐसी धारणा पैदा की जा रही है कि बड़ा अपराध हुआ है और उनके एवं उनके बेटे ने अपराध किया है. ‘‘यह सब झूठ है.”
चिदंबरम ने कहा, ‘‘मैंने अग्रिम जमानत की मांग की. मेरे वकीलों ने उच्चतम न्यायालय से गुहार लगाई कि सुनवाई की जाए. मैं पूरी रात वकीलों के साथ काम कर रहा था. आज पूरे दिन भी वकीलों के साथ काम कर रहा था.” उन्होंने कहा, ‘‘मैं कानून से बच नहीं रहा था, कानून के संरक्षण का प्रयास कर रहा था. मैं न्यायालय के आदेश का सम्मान करता हूं. मैं कानून का पालन करूंगा. मैं सिर्फ यही उम्मीद करूंगा कि जांच एजेंसियां भी कानून का सम्मान करेंगी.”
गौरतलब है कि आईएनएक्स मीडिया मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद सीबीआई अधिकारी मंगलवार को चिदंबरम के दिल्ली स्थित आवास पहुंचे, लेकिन वहां उनसे मुलाकात नहीं होने पर अधिकारियों ने एक नोटिस चस्पां कर उन्हें दो घंटे में पेश होने का निर्देश दिया।
इसके जवाब में चिदंबरम की कानूनी टीम ने कहा कि नोटिस में कानून के उन प्रावधानों का जिक्र नहीं किया गया है जिनके तहत उन्हें तलब किया गया. साथ ही उन्होंने उच्चतम न्यायालय में बुधवार सुबह उनकी याचिका पर सुनवाई होने से पहले कोई बलपूर्वक कार्रवाई ना करने की अपील भी की. सीबीआई की टीम बुधवार को सुबह एक बार फिर चिदंबरम के आवास पहुंची थी. ईडी ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया है. चिदंबरम को उच्चतम न्यायालय से बुधवार कोई भी राहत नहीं मिली. शीर्ष अदालत अब पूर्व वित्त मंत्री की याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा।