बीजिंग : चीन ने यूरोपीय संसद के हांगकांग संबंधी प्रस्ताव की निंदा की है। यूरोपीय संसद ने विशेष प्रशासनिक क्षेत्र की सरकार से प्रत्यर्पण नियम के संशोधन को रद्द करने और कैद किए गए प्रदर्शनकारियों की रिहाई करने की मांग की है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कंग श्वांग ने कहा कि यूरोपीय संसद ने हांगकांग संबंधी प्रस्ताव पारित कर तथ्यों को नजरअंदाज कर हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के कानून के मुताबिक प्रशासन करने और चीन की केंद्र सरकार की हांगकांग नीति पर मनमानी आलोचना की। इस पर चीन ने जबरदस्त असंतोष और विरोध जताया। चीन ने यूरोपीय पक्ष के समक्ष गंभीर मामला उठाया है।
यूरोपीय संसद ने 18 जुलाई को हांगकांग की परिस्थिति संबंधी एक प्रस्ताव पारित किया और विशेष प्रशासनिक क्षेत्र की सरकार से प्रत्यर्पण नियम के संशोधन को रद्द करने और कैद किए गए प्रदर्शनकारियों की रिहाई करने की मांग की।
कंग श्वांग ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हांगकांग का मामला चीन का अंदरूनी मामला है। किसी भी विदेश सरकार, संगठन या निजी व्यक्ति को हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि यूरोपीय पक्ष को चीन की प्रभुसत्ता का सम्मान करना चाहिए, बुनियादी तथ्य का सम्मान करना चाहिए। यूरोप को किसी भी तरीके से हांगकांग मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, नहीं तो अपने पैर पर खुद कुल्हाड़ी मार लेंगे।
(साभार—चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)
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