नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) को एक ट्वीट में वायरस कहा है। अगले दिन शनिवार को पार्टी ने योगी के खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई। योगी ने शुक्रवार को आईयूएमएल को वायरस कहा था। इसके बाद पार्टी ने कहा था कि वह भारतीय जनता पार्टी के नेता के खिलाफ कानूनी कदम उठाएगी।
योगी ने ट्वीट किया था, मुस्लिम लीग वायरस है और कोई इससे संक्रमित न हो। आज, देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस इससे संक्रमित हो गई है। जरा सोचिए कि अगर यह पार्टी चुनाव जीत गई तो क्या होगा?
आईयूएमएल के राष्ट्रीय महासचिव पी.के. कुन्हालिकुट्टी ने एक बयान में कहा, योगी आदित्यनाथ का बयान बहुत ही आपत्तिजनक और गैरकानूनी है। इसको लेकर आईयूएमएल ने निर्वाचन आयोग से अपील की है कि वह आईयूएमएल की धर्मनिरपेक्ष छवि को आघात पहुंचाने वाली ताकतों के खिलाफ उचित कार्रवाई करे।
यह पार्टी केरल में कांग्रेस की सहयोगी घटक है। पार्टी ने कहा कि उसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित किसी संगठन से राष्ट्रवादी या देशभक्त होने का प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं है।
कुन्हालिकुट्टी ने कहा, आईयूएमएल केरल की मान्यता प्राप्त पार्टी है और इसका हमारे संविधान के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक सदाचार को अपनाने का लंबा इतिहास रहा है। आज, हम ऐसी ताकतों को याद दिलाना चाहते हैं कि वह हमारे उदार, धर्मनिरपेक्ष आम लोगों के हाथों हार का सामना करती रही है। देश में उसका विभाजनकारी राजनीतिक एजेंडा कामयाब नहीं होगा, क्योंकि हमारे देश के लोगों ने ऐसी ताकतों के चुनावी गेम प्लान का पर्दाफाश करने का मन बना लिया है।
उन्होंने कहा कि योगी जैसे हताश और विश्वसनीयता खो चुके तत्व भारत के धर्मनिरपेक्ष तानेबाने व सांप्रदायिक सौहार्द को मामने वाली पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।