नई दिल्ली: भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस पर जम्मू एवं कश्मीर और देशद्रोह कानून व सशस्त्र बल(विशेष शक्तियां) अधिनियम(अफसपा) के संशोधन को लेकर किए गए वादे पर निशाना साधा है और कहा कि ये खतरनाक हैं और देश को तोड़ कर रख देंगे।
कांग्रेस का घोषणा-पत्र जारी होने के बाद एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लागू नहीं कर सकने योग्य और खतरनाक वादे किए हैं।
उन्होंने कहा, मैं आश्वस्त हूं कि देश कांग्रेस के घोषणा-पत्र में वर्णित वादों को लागू करने के पक्ष में नहीं है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि घोषणा-पत्र में कुछ विचार काफी खतरनाक हैं और देश को तोड़ने वाला एजेंडा है।
उन्होंने कहा, यद्यपि घोषणा-पत्र का मसौदा तैयार करने के लिए एक समिति थी, लेकिन लगता है कि जम्मू एवं कश्मीर और राष्ट्रीय सुरक्षा पर इसके कुछ बिंदुओं को कांग्रेस अध्यक्ष के टुकड़े-टुकड़े दोस्तों ने तैयार किया है। नेहरू-गांधी परिवार ने जम्मू एवं कश्मीर के बारे में ऐतिहासिक गलती की है और देश इसे कभी नहीं भूल सकता। कांग्रेस का घोषणा-पत्र उसी एजेंडे को आगे बढ़ाता है।
उन्होंने कहा, उनकी गलती जम्मू एवं कश्मीर को उस जगह पर ले गई, जहां आज यह है। हमने वहां कानून का शासन स्थापित किया, कांग्रेस वहां आतंकवादियों के शासन को स्थापित करना चाहती थी।
कांग्रेस के देशद्रोह कानून और सशस्त्र बल(विशेष शक्तियां) अधिनियम(अफसपा) के संशोधन पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस की परंपरा रही है कि वे आतंकवाद रोकथाम अधिनियम(पोटा) और टाडा जैसे कानूनों को खत्म कर देती है।
उन्होंने कहा, किसी भी देश ने गत 72 वर्षो से भारत जैसा आतंकवाद का दंश नहीं झेला है। आतंकवाद के विरुद्ध हमारी लड़ाई 9/11 मुंबई हमलों के बाद शुरू नहीं हुई है। पंजाब, पूर्वोत्तर में हमने कई संघर्षो को देखा है। हमने जम्मू एवं कश्मीर के एक हिस्से को गंवा दिया।
जेटली ने कहा, एक प्रावधान, जिसे नेहरू, इंदिरा, राजीव गांधी और यहां तक कि मनमोहन सिंह भी नहीं छू सके, वे कहते हैं कि देशद्रोह को हटा दिया जाएगा और यह अपराध नहीं रहेगा, इस तरह की पार्टी एक वोट भी पाने योग्य नहीं है।
–आईएएनएस