प्रदीप शर्मा
दिल्ली और हरियाणा के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया गया है. प्रदेश की सभी स्कूलों और कॉलेजों को 22 मार्च तक बंद कर दिया गया है. हालांकि, परिक्षाएं जारी रहेंगी. दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर इसे महामारी घोषित करते हुए राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों, कॉलेजों और सिनेमाघरों को एहतियाती तौर पर 31 मार्च तक बंद रखने की गुरुवार को घोषणा थी. केवल वे स्कूल और कॉलेज खुले रहेंगे जहां अभी परीक्षाएं जारी हैं. सरकार द्वारा सरकारी, निजी कार्यालयों, शॉपिंग मॉल सहित सभी सार्वजनिक स्थानों को संक्रमण मुक्त बनाना अनिवार्य कर दिया गया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और शीर्ष सरकारी अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह फैसला किया गया।
दिल्ली के अलावा हरियाणा सरकार ने भी गुरुवार को घातक कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बुधवार तक 44 संदिग्ध मामलों के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया, जिनमें से 38 की रिपोर्ट नकारात्मक आई है और छह की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट में कहा, ‘कोविड -19 को हरियाणा में महामारी घोषित किया गया है.’ किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए राज्य के सरकारी और निजी अस्पतालों में 270 से अधिक पृथक वार्ड बनाए गए हैं जहां 1206 बिस्तरों की व्यवस्था रखी गई है।
दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस के छह मामले सामने आ चुके हैं. वहीं उत्तर प्रदेश में 10, कर्नाटक में पांच, महाराष्ट्र में 11 और लद्दाख में तीन लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, आंध्र प्रदेश और पंजाब में एक-एक मामला सामने आया है. केरल में 17 मामले सामने आए हैं. इनमें वे तीन लोग भी शामिल हैं जिन्हें पिछले महीने इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि देश में 75 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें 17 विदेशी नागरिक शामिल हैं. इनमें इटली के 16 पर्यटक जबकि कनाडा का एक नागरिक हैं।