प्रदीप शर्मा
कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर देश में लगाए गए लॉकडाउन के चौथे चरण का आज पहला दिन है. इस बीच, सोमवार को भारत में Covid-19 संक्रमितों का कुल आंकड़ा 96,000 के पार पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोनावायरस से अब तक 3029 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमितों की संख्या 96,169 हो गई है. वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 5242 नए मरीज मिले हैं और 157 लोगों की जान गई है. 24 घंटों में कोरोना के मामले में यह अब तक का सबसे बड़ा उछाल है. हालांकि, राहत की बात यह है कि 36,824 मरीज कोरोना को मात देने में कामयाब हुए हैं. रिकवरी रेट सुधर कर 38.29 प्रतिशत पर पहुंच गया है। इसके साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण का आंकड़ा 96 हजार के करीब जा पहुंचा। यही हालात रहे तो आज का दिन खत्म होने तक देश में कोरोना संक्रमण के मामले 1 लाख का स्तर छू सकता है जोकि काफी दुखदाई होगा।
आज से कोरोनावायरस लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू हो रहा है. लॉकडाउन का यह चरण 31 मई तक चलेगा. गृह मंत्रालय ने रविवार शाम को गाइलाइन जारी की. जिसमें बताया गया है कि चौथे चरण में क्या-क्या रियायतें दी गई है और किन पर प्रतिबंध जारी रहेगा. लॉकडाउन के चौथे चरण के दौरान दुकानें और बाजार खोलने की इजाजत दी जाएगी. स्थानीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि रोस्टर के अनुसार अलग-अलग समय पर दुकानें खुली रहें, ताकि सोशल डिस्टेंस सुनिश्चित हो सके. इसके अलावा, अंतरराज्यीय बसों की अनुमति दी गई है. वहीं, हवाई और मेट्रो सेवा, शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट आदि पहले ही तरह बंद रहेंगे. हालांकि, रेस्टोरेंट किचन से होम डिलीवरी की जा सकती है।
रविवार को कोरोना वायरस के 5005 नए मामले सामने आए, जो एक दिन में सबसे अधिक मामले आने का रिकॉर्ड है। जिसके बाद देश में कोरोना संक्रमितों को संख्या 95,679 पर जा पहुंची है। पिछले कुछ दिनों में रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं, जो लोगों को डरा रहे हैं।शनिवार को कोरोना संक्रमण के 4,885 मामले सामने आए, जो एक दिन में सबसे अधिक मामलों का रिकॉर्ड था। इससे पहले शुक्रवार को कोरोना वायरस के कुल 3787 मामले सामने आए थे, जिसकी वजह से भारत में कोरोना संक्रमण के मामले चीन से भी अधिक (84,031) हो गए। ये लगातार छठा दिन था, जब भारत में कोरोना के मामले 3500 से अधिक आए।
देश में लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग सब हो रही है, लेकिन कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। इसकी एक बड़ी वजह लॉकडाउन 3.0 में दी गई रियायतें हो सकती हैं। इसके तहत देश में दुकानें खोली गईं, लोगों को एक निश्चित समय में घरों से निकलने की आजादी दी गई, क्योंकि दुकानें बंद होने से इकनॉमिक एक्टिविटीज़ रुक गई थीं, जिससे लोगों के भूखे मरने की नौबत आ गई थी। वहीं दूसरी ओर, लॉकडाउन की शुरुआत से अब तक लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर अपने घरों को पलायन कर रहे हैं, जिनमें से बहुत सारे लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं कर रहे हैं।