नई दिल्ली : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी को निंदनीय बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार न्यायायिक प्रक्रिया के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कराने का प्रयास करने के लिए तैयार है।
माकपा ने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री के इस रुख का राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा एक सकारात्मक कदम के रूप में स्वागत किया जाना निंदनीय है।
इसने कहा, यह इस बात का संकेत देकर सर्वोच्च न्यायालय पर दबाव बनाने की चाल है कि सरकार अदालत के किसी भी फैसले के बावजूद मंदिर निर्माण कराने के लिए कदम उठाएगी।
माकपा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री जिन्होंने संविधान के तहत पद की शपथ ली है, वह सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को मानने और उसे लागू करने के लिए बाध्य हैं।