नई दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को आईएनएक्स मीडिया की पूर्व निदेशक इंद्राणी मुखर्जी की सरकारी गवाह बनाए जाने की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया। विशेष न्यायाधीश अरुण भारद्वाज ने कहा कि वह याचिका पर 4 जुलाई को आदेश सुनाएंगे। इंद्राणी इस समय बाइकुला जेल में हैं। वह अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मुकदमे का सामना कर रही है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस बात की जांच कर रहे हैं कि कैसे सांसद कार्ति चिदंबरम 2007 में विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से मंजूरी पाने में कामयाब रहे, जब उनके पिता पी. चिदंबरम केंद्रीय वित्तमंत्री थे।
अब तक की जांच में पता चला है कि एफआईपीबी मंजूरी के लिए आईएनएक्स मीडिया के निदेशक पीटर व इंद्राणी मुखर्जी, पी.चिदंबरम से मिले थे, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनकी अर्जी को आगे बढ़ाए जाने में कोई बाधा या देरी न हो। जांच एजेंसी ने इंद्राणी मुखर्जी की याचिका का समर्थन किया है।