नई दिल्ली : राहुल गांधी पर रक्षा ऑफसेट कांट्रेक्ट मामले में उनके पूर्व व्यापार सहयोगी को लेकर निशाना साधते हुए केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष एक ऐसे व्यक्ति हैं जो डिफेंस डील पुशर बनने के इच्छुक थे और आज भारत केप्रधानमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं।
जेटली ने एक प्रेस वार्ता में कहा, राहुल गांधी ने ट्रांजेक्शन को कैग और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सही ठहराए जाने पर आरोप लगाए। एक कंपनी द्वारा ऑफसेट कांट्रेक्ट पाने पर, उन्होंने उस व्यक्ति पर हमला किया जो किसी भी तरह से उस कंपनी से जुड़ा हुआ नहीं था। और आप यहां एक अन्य रक्षा सौदे में ऑफसेट अनुबंध पाने वाली कंपनी से सीधे जुड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा, अब आप खुद को कैसे जज करना चाहेंगे जबकि आप दूसरों को बिना किसी सबूत के जज कर रहे थे।
जेटली ने कहा कि राहुल के पूर्व व्यापारिक सहयोगी उलरिक मेकनाइट को उसकी ब्रिटेन स्थित कंपनी बैकॉप्स लिमिटेड के लिए 2011 में संप्रग के कार्यकाल में फ्रांस की डिफेंस सप्लायर से स्कॉर्पीन सबमैरीन का ऑफसेट रक्षा सौदा प्राप्त होता है।
उन्होंने कहा कि बैकॉप्स में वर्ष 2003 से 2009 के दौरान राहुल की 65 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। बाद में कंपनी ने अपना संचालन बंद कर दिया।
उन्होंने कहा, मेकनाइट के ऑफसेट कांट्रेक्ट पाने के बाद उसने स्कार्पीन सबमेरीन मिसाइलों के क्रिटिकल भागों की आपूर्ति के लिए विशाखापत्तनम स्थित कंपनी के साथ कांट्रेक्ट पर हस्ताक्षर किए थे।
जेटली ने दावा करते हुए कहा, यूरिक मेकनाइट एक अमेरिकी नागरिक है, लेकिन वह राहुल के सोशल गैंग के सदस्य भी हैं।
उन्होंने कहा, यह उस व्यक्ति की कहानी है जो डिफेंस डील पुशर बनने का इच्छुक था और आज देश का प्रधानंत्री बनना चाहता है।
राहुल ने एक प्रेस वार्ता में इन आरोपों और भाजपा नेता के हमलों का जवाब देते हुए कहा, कृपया आप जो भी जांच कराना चाहते हैं या कार्रवाई करना चाहते हैं, कर लें। मुझे कुछ समस्या नहीं है, क्योंकि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। लेकिन कृपया राफेल की जांच भी कराइए, तथ्यों को छुपाइए नहीं।