कोलकाता (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दावा कि पार्टी के 40 विधायक उनके संपर्क में हैं, यह उनके निराशा की निशानी है। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को यह पता है कि पूर्वी राज्य में उन्हें कोई सीट नहीं मिलने वाली।
आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में, राज्यसभा में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने भी पश्चिम बंगाल में भाजपा को सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने के लिए लताड़ा और कहा कि भगवा पार्टी बंगाली हिंदुओं से नफरत करती है।
यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी के दावों के बाद पार्टी नेतृत्व विभीषणों को खोजने की कोशिश करेगा, ओ ब्रायन ने इस बात पर जोर देकर कहा, बिल्कुल नहीं, एक पार्षद भी नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के दो सांसदों, सौमित्र खान और अनुपम हाजरा को जब इस बात का पता चला कि उन्हें तृणमूल का टिकट नहीं मिलेगा तो उन्होंने भाजपा की ओर देखना शुरू किया।
तृणमूल नेता ने कहा, यह निर्णय हुआ था कि उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा, इसलिए मैंने उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप से निकाल दिया। यह उनके लिए एक संकेत था। एक और विधायक अर्जुन सिंह लोकसभा चुनाव लड़ना चाहता था। जब उसे टिकट नहीं मिला, वह भाजपा में चला गया।
ये तीनों ही भाजपा के प्रत्याशी हैं, खान अपने ही पुराने क्षेत्र विष्णुपुर, हजारे जाधवपुर और सिंह बैरकपुर से उम्मीदवार हैं। साउथ कोलकाता में अपने कॉर्पोरेट ऑफिस में बैठे ओ ब्रायन ने कहा, ये तीनों ही चुनाव हारेंगे। टीएमसी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता ओ ब्रायन ने कहा कि प्रधानमंत्री की टिप्पणी एक सतही राजनीतिक नौटंकी थी।
उन्होंने कहा, आपको भाजपा की मार्केट रिसर्च को श्रेय देना होगा। उन्हें पता चल गया था कि वे लोग नहीं जीतने वाले। अगर वह (भाजपा) दूसरे या तीसरे स्थान पर आती है तो क्या यह सच में मायने रखता है? कौन उनके साथ जा रहा है? इसलिए मैं इसे 40 विधायकों वाला झूठ कहता हूं।