नई दिल्ली : राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के विरुद्ध केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के कथित दुरुपयोग को लेकर लोकसभा में व्यवधान की वजह से भोजनावकाश से पहले सदन की कार्यवाही मंगलवार को दो बार स्थगित करनी पड़ी।
दोपहर 12 बजे तक स्थगन के बाद जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ, जिसकी वजह से लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को सदन की कार्रवाई अपराह्न् दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
तृणमूल कांग्रेस के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप जमा हो गए और उन्होंने सीबीआई तोता है व चौकीदार चोर है के नारे लगाए।
ये लोग रविवार को कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के आवास पर सीबीआई अधिकारियों के जमा होने का विरोध कर रहे थे। सीबीआई चिटफंड घोटाला मामले में कुमार से पूछताछ करना चाहती है।
तृणमूल के सदस्यों का कांग्रेस, तेलुगू देशम पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने साथ दिया।
कांग्रेस ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच करवाने की अपनी मांग दोहराई।
सदस्यों को शून्यकाल के दौरान हंगामे के बीच अपना मुद्दा उठाना पड़ा।
सपा के धर्मेद यादव ने विश्वविद्यालयों में 13-प्वांइट रोस्टर के मुद्दे को उठाया जबकि बीजद के भृर्तुहरी महताब ने केंद्रीय विद्यालयों में संस्कृत प्रार्थना को अनिवार्य करने का मुद्दा उठाया।
बिहार के सांसद पप्पू यादव ने रविवार को सीमांचल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले की जांच की मांग की।
कांग्रेस के शशि थरूर ने सबरीमाला मंदिर का मुद्दा उठाया और कहा कि गैर जिम्मेदार राजनीतिक पार्टियों ने श्रद्धालुओं के वाजिब प्रदर्शन को हथिया लिया है।
भाजपा के निशिकांत दुबे ने बांग्लादेशी घुसपैठियों का मामला उठाया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर उन्हें सुरक्षा देने का आरोप लगाया।
महाजन ने प्रदर्शन कर रहे सदस्यों को वापस अपने सीटों पर जाने की अपील की लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया। हंगामा बढ़ता देख, उन्होंने सदन की कार्रवाई अपराह्न् दो बजे तक स्थगित कर दी।
इससे पहले तृणमूल और कुछ विपक्षी पार्टियों के सदस्य आसन के समीप जमा हो गए और अध्यक्ष को शून्यकाल चलाने की इजाजत नहीं दी, जिसके बाद महाजन ने सदन को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया था।