प्रदीप शर्मा
देशभर में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी आई है. मरीजों की संख्या 428 हो गई है। कोरोना की चपेट में आकर अब तक 8 लोग जान गंवा चुके हैं. अकेले 24 घंटे में 50 से अधिक नए मरीज आए हैं और तीन मौतें हुई हैं। दिल्ली, राजस्थान, बिहार, पंजाब, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश में कोरोना वायरस की वजह से 31 मार्च तक लॉकडाउन है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के 16 जिलों को भी 25 मार्च तक लॉकडाउन किया गया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने लॉकडाउन का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण अगले आदेश तक प्रदेश में लॉकडाउन जारी रहेगा. पीलीभीत में 45 साल की महिला कोरोना पॉजिटिव मिली है. कुछ दिन पहले ही महिला मक्का से उमरा कर आई थी. रिपोर्ट आने के बाद महिला को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. साथ ही उसके साथ लौटे 36 लोगों को भी क्वारनटीन किया गया है।
कोरोनावायरस के खतरे के बीच लोगों की लापरवाही देख पीएम मोदी ने एक बार फिर अपील की है कि लोग सतर्कता बरतें. उन्होंने ट्विटर पर कहा,’ लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें. राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं’. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री की चिंता जायज भी है. रविवार को ही हमने देखा कि इंदौर सहित कई जगहों पर भीड़ सड़कों पर ताली और थाली बजा रही थी. जबकि इस संक्रमण को रोकने का एकमात्र सबसे बड़ा उपाय यही है कि एक जगह भीड़ न इकट्ठा होने पाए. भारत में अभी स्टेज-3 वाले हालात नहीं आए हैं और अभी हालात सरकार के नियंत्रण में हैं. लेकिन अभी इस वायरस का संक्रमण सामुदायिक तौर पर फैलने लगा तो हालात और खराब होने की आशंका है. गौरतलब है कि भारत,में मरीजों की संख्या 400 के आसपास पहुंच चुकी है और अब तक 7 लोगों की मौत हुई है।
डॉक्टरों की का कहना है कि इस वायरस का जीवन से 10-15 दिन का है. अगर हम इन 15 दिनों में वायरस को फैलने से रोक लें तो इस पर आसानी से नियंत्रण पाया जा सकता है और उम्मीद की जा रही है कि तब तक कोई न कोई दवा या वैक्सीन विकल्प के तौर पर खोज ली जाएगी. लेकिन इससे पहले इसको फैलने से रोकना सबसे जरूरी है।