नई दिल्ली : कांग्रेस ने अगस्तावेस्टलैंड मामले में पूरक आरोपपत्र में पार्टी के कुछ नेताओं का नाम दर्ज करने के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कदम को शुक्रवार को घिसे-पिटे आक्षेप, झूठ और घटिया चुनावी स्टंट करार दिया। पार्टी ने कहा कि बुरी तरह से घबराई मोदी सरकार यह सब कर अपने बाहर जाने के भाग्य को बदल नहीं सकती।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, तथाकथित आरोपपत्र के गैर प्रमाणिक एक पेज को ईडी द्वारा लीक किया जाना एक घटिया चुनावी स्टंट है जिसे मोदी सरकार की तयशुदा हार से ध्यान हटाने के लिए अंजाम दिया गया है। उन्होंने कहा, ईडी रोजाना एक झूठ गढ़कर सरकार का चुनावी ढकोसला बन चुका है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इटली स्थित फिनमेक्केनिका और उसकी ब्रिटिश सहयोगी अगस्तावेस्टलैंड के खिलाफ सभी मुकदमे हार चुकी है। 17 सितम्बर 2018 को इटली की एक अदालत ने अपने फैसले में कहा कि किसी भी भारतीय अधिकारी द्वारा हेलीकाप्टर सौदे में रिश्वत या कोई और गलत बात नहीं पाई गई।
मोदी सरकार मामले में एक पार्टी थी और केस हार गई थी। मोदी सरकार ने इस फैसले के खिलाफ अपील नहीं करने का फैसला किया था।
उन्होंने कहा, यह सब घिसे-पिटे आक्षेप और झूठ पहले भी दब्बू मीडिया के एक हिस्से द्वारा उछाले जा चुके हैं। अंतत: वे एक अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में नाकाम रहे और कूड़े की तरह खारिज कर दिए गए। बुरी तरह घबराई मोदी सरकार और इसकी कठपुतली ईडी के बस में नहीं है कि वे अपनी विदाई अब टाल सकें।
ईडी ने गुरुवार को अगस्तावेस्टलैंड हेलीकाप्टर मामले में कथित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल किया जिसमें इसने श्रीमती गांधी का उल्लेख किया लेकिन मामले में उनका नाम आरोपी के तौर पर नहीं लिया। आरोपपत्र में कहा गया है कि मिशेल श्रीमती गांधी को 1986 से जानता है। कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं का भी नाम इसमें है लेकिन इनमें से किसी को भी आरोपी के तौर पर नामित नहीं किया गया है।