नई दिल्ली : फेसबुक ने आम चुनाव से पहले एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए सोमवार को घोषणा की कि उसने कांग्रेस पार्टी के आईटी सेल से जुड़े लोगों से संबंधित 687 स्पैम फेसबुक पेज और खाते हटाए हैं।
फेसबुक ने कहा कि इन पेजों और खातों द्वारा फेसबुक पर विज्ञापन के लिए करीब 27 लाख रुपये खर्च किए गए थे। पहला विज्ञापन अगस्त 2014 में चलाया गया था और हालिया विज्ञापन मार्च 2019 में चलाया गया।
फेसबुक साइबर सिक्योरिटी पॉलिसी प्रमुख नेथनील ग्लेशर ने कहा कि इस अप्रामाणिक व्यवहार में शामिल लोगों ने फर्जी खातों का इस्तेमाल किया और अपनी विषय-वस्तु प्रसारित करने के लिए विभिन्न ग्रुपों में शामिल होकर अपने पेज पर भागीदारी बढ़ाई।
कैलिफोर्निया के मेनलो पार्क स्थित फेसबुक के मुख्यालय से टेलीफोन पर बातचीत में ग्लेशर ने कहा, इस गतिविधि में शामिल लोगों ने अपनी पहचान छिपाने की कोशिश की, लेकिन हमारी समीक्षा में पाया गया कि यह कांग्रेस की आईटी सेल से जुड़े लोगों से संबंधित हैं।
उन्होंने कहा, इनमें से ज्यातातर खातों को हमारी स्वचालित प्रणाली द्वारा पहले ही रद्द किया जा चुका है।
रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने आईएएनएस से कहा, हमें फेसबुक की रिपोर्ट की जांच करनी होगी। शायद पेज हमसे जुड़े न हों और शायद न्यूज रिपोर्ट ही सही न हो। हमें इस बात की सत्यता की जांच करनी होगी कि क्या फेसबुक पेज हमसे जुड़े हैं।
फेसबुक ने कहा कि उसे समन्वित अप्रामाणिक व्यवहार का पता फरवरी में चला था।
ग्लेशर ने बताया कि सोशल मीडिया कंपनी ने भारतीय आईटी कंपनी सिल्वर टच द्वारा संचालित स्पैम गतिविधियों का भी पता लगाया है। यह कंपनी भाजपा समर्थित द इंडिया आई पेज का संचालन करती है। फेसबुक ने इस कंपनी से संबंधिक 15 पेजों, समूहों, खातों को हटाया है। सिल्वर टच ने फेसबुक पर विज्ञापन पर 48 लाख रुपये खर्च किए।
कांग्रेस व भाजपा समर्थित इन पेजों और खातों के अलावा फेसबुक ने अपने नियमों का उल्लंघन करने वाले 321 पेजों और खातों को भी हटाया है।