पणजी :पूर्व मुख्यमंत्री फ्रांसिस्को सार्डिन्हा ने मंगलवार को कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर दक्षिण गोवा लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। आम आदमी पार्टी (आप) के राज्य संयोजक एल्विस गोम्स ने भी इस सीट से अपना नामांकन दाखिल किया।
दोनों ने अपना नामांकन पत्र ऐसे दिन दाखिल किया, जिस दिन आम चुनाव व राज्य विधानसभा उप चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वालों की कतार लगी हुई है।
सार्डिन्हा ने अपना नामांकन पत्र पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत, विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर व राज्य कांग्रेस अध्यक्ष गिरीस चोडनकर की मौजूदगी में दाखिल किया।
सार्डिन्हा ने कांग्रेस से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोग से मुख्यमंत्री के रूप में लगभग एक साल 1999-2000 में सरकार चलाई थी।
सार्डिन्हा ने कहा, खनन की बहाली महत्वपूर्ण मुद्दा है। एक सांसद के तौर पर मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि गोवा में खनन उद्योग फिर शुरू हो।
सार्डिन्हा के दक्षिण गोवा निर्वाचन क्षेत्र में 88 खनन के पट्टे है, जहां सर्वोच्च न्यायालय ने फरवरी 2018 में खनन को रोक दिया।
उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा के मौजूदा सांसद नरेंद्र सवाईकर हैं, जिन्होंने बीते सप्ताह अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।
गोम्स एक सेवानिवृत्त नौकरशाह हैं, जो 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले आप में शामिल हुए थे।
गोम्स ने कहा, 23 अप्रैल, जिस दिन गोवा में मतदान होना है, उस दिन गोवा के लोगों को गोवा को भ्रष्टाचार से मुक्ति का संकल्प लेना चाहिए और आप के लिए मतदान करना चाहिए।
विधानसभा उप चुनाव के लिए भाजपा के दो उम्मीदवारों जोशुआ डिसूजा व दयानंद सोपटे ने भी मंगलवार को क्रमश: मापुसा व मंड्रेम विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए नामांकन दाखिल किया। इनके लिए भी 23 अप्रैल को मतदान होना है।
विधानसभा उप चुनाव के लिए मंगलवार को नामांकन दाखिल करने वाले दूसरे उम्मीदवारों में संतोष सतरकर शामिल रहे। उन्होंने अपना नामांकन गोवा सुरक्षा मंच की तरफ से शिरोडा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए दाखिल किया। इस राजनीतिक दल के अध्यक्ष राज्य के राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के पूर्व प्रमुख सुभाष वेलिंगकर हैं।
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