पणजी : गोवा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुक्तेश चंद्र ने मंगलवार को हेलमेट पहनने की अनिवार्यता को कड़ाई से लागू करने को लेकर निशाना साधे जाने के बाद खुद की तुलना 15वीं सदी के इटली के खगोलशास्त्री गैलीलियो गैलीली से की।
सड़क सुरक्षा को लेकर एक प्रस्तुति के दौरान अपील करते हुए चंद्र ने कहा, हो सकता है आप हेलमेट पहनने में विश्वास नहीं रखते हों…लेकिन एक गैलीलियो नाम का व्यक्ति था। सभी (तब) मानते थे कि सूर्य पृथ्वी के चारों तरफ चक्कर लगाता है। तब उसने कहा था कि पृथ्वी, सूर्य के चारों तरफ चक्कर लगाती है। सबने उसका मजाक उड़ाया। आखिरकार उसे जेल भेज दिया गया। गैलीलियो ने कहा, मैं इसे एक दूरबीन से साबित करूंगा। लोगों ने तब भी इस पर विश्वास नहीं किया और उसकी जेल में मौत हो गई।
उन्होंने कहा, आज मैं आप से कह रहा हूं कि हेलमेट जरूरी है। मैंने आप को एक डेमो (हेलमेट का) भी दिखाया। आप इस प्रदर्शन को घर पर भी एक तरबूज के साथ कर सकते हैं। अगर आप तब भी नहीं समझते हैं, तब मैं क्या कर सकता हूं।
चंद्र ने कहा कि जो भी लोग यातायात नियमों का पालन नहीं करना चाहते, उन्हें अंगदान फॉर्म पर हस्ताक्षर करना चाहिए जिससे कि उनके अंगों का जानलेवा दुर्घटना होने पर इस्तेमाल किया जा सके।
चंद्र ने कहा कि जो हेलमेट पहनने में विश्वास नहीं रखते उन्हें फ्लैट अर्थ सोसाइटी जैसे कांस्पीरेसी थ्योरी समूहों में शामिल होना चहिए जो आज भी पृथ्वी के चपटे (फ्लैट) होने में विश्वास रखते हैं।
यातायात का उल्लंघन करने वालों पर अभूतपूर्व कड़ी कार्रवाई करते हुए गोवा पुलिस ने बीते साल यातायात प्रहरी योजना लॉन्च की थी। इस योजना की सत्तारूढ़ दल व विपक्षी विधायकों, दोनों ने हाल में राज्य विधानसभा के बजट सत्र में आलोचना की।
दबाव के कारण भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार ने इस विवादास्पद योजना के समीक्षा का वादा किया है। हालांकि, चंद्र अपनी इस बात पर कायम हैं कि कड़े नियमों के कारण सड़क हादसे में होने वाली मौतों में कमी आई है और यह आरोप भी सही नहीं है कि इनकी वजह से पर्यटन पर बुरा प्रभाव पड़ा है।