एथेंस : ग्रीस के प्रधानमंत्री एलेक्सिस सिप्रास के खिलाफ संसद में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिर गया। संसद में 151 सांसदों ने सिप्रास के पक्ष में वोट किया जबकि 299 सांसदों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।
ग्रीस के पड़ोसी देश मेसेडोनिया का नाम बदलने को लेकर हुए समझौते पर हुई तकरार के बाद सरकार में साझेदार नेशनलिस्ट पार्टी ने गठबंधन तोड़ दिया था।
संसद में दो दिन तक चली बहस के बाद वामपंथी सिरिजा पार्टी के नेता सिप्रास ने मेसेडोनिया के साथ हुए प्रेसपा समझौते का बचाव करते हुए कहा कि यह समझौता क्षेत्र में स्थिरता का प्रतीक है।
सिप्रास ने संसद में बहस खत्म करते हुए कहा, सरकार अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए विश्वास मत चाहती है। हम बेरोजगारी घटाने, न्यूनतम वेतन बढ़ाने और संविधान में सुधार को पूरा करना चाहते हैं।
विश्वास मत जीतने के बाद सिप्रास अक्टूबर तक इस पद पर रहेंगे और इन योजनाओं को पूरा करेंगे।