गुरुग्राम : हरियाणा के गुरुग्राम में गुरुवार सुबह एक निमार्णाधीन चार मंजिला इमारत ढहने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। अग्निशमन अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 3-3 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। गुरुग्राम के अग्निशमन विभाग के मुताबिक, उल्लावास गांव के एक ग्रामीण ने तड़के 5.15 बजे फोन कर घटना की सूचना दी।
गुरुग्राम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी ईशम सिंह ने कहा, अर्ध-निर्मित तीन मंजिला इमारत की चौथी मंजिल पर कंक्रीट की छत रखी गई थी, जो पहले ढही और फिर फौरन ही पूरी इमारत के ढहने का कारण बनी। गुरुग्राम पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि 125 वर्ग गज के भूखंड पर बनी इस इमारत का मालिकाना हक उसी गांव के निवासी दया राम के पास है।
गुरुग्राम पुलिस के पीआरओ सुभाष बोकन ने कहा, वह अभी फरार है। पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा, दया राम को पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है।इमारत ढहने के बाद राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), दमकल विभाग, पुलिस और जिला प्रशासन को बचाव कार्य के लिए बुलाया गया था।
मरने वालों में से तीन की पहचान कुलदीप (32), विशाल (17), अल्ताफ (24) के रूप में हुई है। तीनों उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले के रहने वाले थे। एक अन्य 22 वर्षीय आनंद बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला था। गुरुग्राम पुलिस के अनुसार, मरने वालों में से चार दैनिक मजदूर थे जबकि अन्य दो सुरक्षा गार्ड थे। एक बेरोजगार था।
गुरुग्राम उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने कहा, बचाव अभियान फिलहाल एसडीएम रैंक के अधिकारी की देखरेख में जारी है। मलबे में किसी और के फंसे होने की आशंका से बचाव कार्य जारी है। हमने कई एजेंसियों की मदद से छह शवों को बाहर निकाला है।