बेंगलुरू : सरकारी कंपनी हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लि. (एचएएल) द्वारा विकसित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (एलसीएच) ने हथियारों का परीक्षण पूरा कर लिया है और परिचालन व तैनाती के लिए पूरी तरह से तैयार है। रक्षा दिग्गज कंपनी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। एचएएल ने एक बयान में कहा, एलसीएच ने हवा से हवा में मार करनेवाली मिसाइल को उड़ान भर रहे लक्ष्य पर सफलतापूर्वक चलाकर एक मील का पत्थर हासिल कर लिया है।
हथियारों का यह परीक्षण हाल में ही ओडिशा तट के चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज में किया गया, जिसमें टेस्ट पायलट विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) सुभाष पी. जॉन, एचएएच के फ्लाइट टेस्ट इंजीनियर कर्नल रणजीत चिताले (सेवानिवृत्त) और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के टेस्ट पायलट ग्रुप कैप्टन राजीव दुबे शामिल हुए।
बयान में कहा गया, परीक्षण के दौरान उड़ान भर रहे लक्ष्य को सीधे भेदने में सफलता मिली और उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर. माधवन ने दावा किया किसी हेलीकॉप्टर द्वारा एयर-टू-एयर मिसाइल का परीक्षण देश में पहली बार किया गया।
उन्होंने एक बयान में कहा, इसके साथ ही एलसीएच ने सभी तरह के हथियारों का परीक्षण पूरा कर लिया है और तैनाती के लिए पूरी तरह से तैयार है। एचएएल ने कहा कि रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 15 एलसीएच के पहले बैच के खरीद को मंजूरी दे दी है, जिसमें से 10 वायुसेना और पांच थलसेना के लिए खरीदे जाएंगे।