मुंबई : रियलिटी शो के निर्णायक बने संगीतकार और गायक अमाल मलिक का कहना है कि वह सा रे गा मा पा लिल चैंप्स शो के युवा प्रतियोगियों के प्रति बेहद संवेदनशील हैं।
निर्णायक के रूप में अपनी नई भूमिका के बारे में अमाल ने आईएएनएस को बताया, देखिए, मैं अनु मलिक नहीं हूं, मैं एक नया मलिक हूं, इसलिए मैं बच्चों के प्रति संवेदनशील हूं और जब भी मैं किसी प्रतिभागी के प्रदर्शन पर आलोचनात्मक तरीके से टिप्पणी करता हूं तो इसे लेकर ईमानदार रहता हूं, लेकिन कठोर नहीं, क्योंकि वे बच्चे ही हैं।
गायक-संगीतकार अनु मलिक के भतीजे अमाल का मानना है कि अनु मलिक कुछ कठोर टिप्पणियां करते हैं।
सा रे गा मा पा लिल चैंप्स का प्रसारण जी टीवी पर नौ फरवरी को होगा। यह पांच से 15 साल की उम्र के बीच के युवा गायकों को एक मंच प्रदान करता है।
यह पूछे जाने पर कि क्या शो से बाहर निकलने की व्यवस्था से दिल टूट जाता है? अमाल ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो हमें पूरी प्रक्रिया को बहुत बारीकी से देखनी होती है। कोई एक प्रतिभा है, जिसे एक निश्चित स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए थोड़े अतिरिक्त अभ्यास की आवश्यकता है और जब हम उन्हें अलग कर देते हैं, तो इसका मतलब यह है कि अगली बार किसी प्रतियोगिता में वे हिस्सा लेंगे तो बेहतर करेंगे।