प्रदीप शर्मा
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र मुद्दे पर सदन में हंगामे के दौरान मार्शलों ने पार्टी की दो महिला सांसदों के साथ ‘धक्कामुक्की’ की. चौधरी ने संसद भवन परिसर में मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि वह इंतजार कर रहे हैं कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जिम्मेदार मार्शलों के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं. उन्होंने कहा, ‘ऐसा सदन में हमने कभी नहीं अनुभव नहीं किया था. हमारी दो महिला सांसदों ज्योति मणि और राम्या हरिदास के साथ मार्शलों ने सदन में धक्कामुक्की की.’
ज्योति मणि ने कहा, ‘यह दुखद है कि राम्या हरिदास और मेरे साथ सदन में धक्कामुक्की की गई. हमने इस बारे में स्पीकर के समक्ष शिकायत की है.’ महाराष्ट्र मुद्दे पर सदन में बड़ा पोस्टर लहारने वाले कांग्रेस सांसद हिबी इडेन ने कहा कि विरोध करना लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन मार्शलों के जरिए इसे रोकने की कोशिश हुई और महिला सांसदों के साथ धक्कामुक्की की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लोकतंत्र का गला घोट रही है।
इस बीच, कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष चाहते हैं कि दोनों सांसद.. हिबी इडेन और टी एन प्रतापन सदन में उनके आचरण के लिए क्षमा मांगें, लेकिन कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं होगी. दरअसल, सदन में महाराष्ट्र मुद्दे पर हंगामे के दौरान प्रतापन और इडेन तथा मार्शलों के बीच धक्कामुक्की हुई।
सोमवार सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सदस्य नारेबाजी करते और पोस्टर लिए हुए आसन के निकट पहुंच गए. इडेन और प्रतापन ने बड़ा पोस्टर ले रखा था जिस पर ‘स्टॉप मर्डर ऑफ डेमोक्रेसी’ लिखा था. नारेबाजी के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया और अनुसूचित जाति के लड़के-लड़कियों के छात्रावास विषय पर पूरक प्रश्न पूछने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम पुकारा. इस सत्र में पहली बार सदन में पहुंचे गांधी ने सवाल पूछने से इनकार करते हुए कहा, ‘महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है, ऐसे में मेरे सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है.’
संसद के शीतकालीन सत्र का आज छठवां दिन है. सोमवार को कांग्रेस ने महाराष्ट्र में घटी राजनीतिक घटनाओं को लेकर केन्द्र सरकार को घेरने की कोशिश की और संसद में भारी हंगामा किया. जिस वजह से संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हुई. भारी हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे और राज्यसभा दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित की गई. 12 बजे लोकसभा की कार्यवाही वापस शुरू होते ही उसे दोबारा 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।