नई दिल्ली : लोकसभा में सोमवार को कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस व तेदेपा सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न हुआ। हंगामे के कारण कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के के.सी. वेणुगोपाल ने कर्नाटक का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि जद (एस)-कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा ने ऑपरेशन कमल शुरू किया है।
उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी द्वारा जारी किए गए एक टेप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नाम शामिल हैं और पैसे का लेन-देन किया गया है।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि वह उन्हें प्रश्नकाल के बाद बोलने की अनुमति देंगी। लेकिन कांग्रेस सदस्य, अध्यक्ष के आसन के पास जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे।
इस बीच तृणमूल कांग्रेस व तेलुगू देशम पार्टी के सदस्य भी लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास एकत्र हो गए और नारेबाजी करने लगे।
तृणमूल के सदस्यों ने पश्चिम बंगाल में अपने विधायक की हत्या व केंद्रीय एजेंसियों द्वारा चिटफंड घोटाले की जांच के नाम पर की गई कार्रवाई को लेकर प्रदर्शन किया। तेदेपा सदस्य आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग कर रहे थे। हंगामे के बीच सुमित्रा महाजन ने आरक्षण पर एक प्रश्न को लिया। इसके बाद सदन को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया।