अगरतला : त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने गुरुवार को कहा कि भारतीय व बांग्लादेश अधिकारी दोनों देशों के बीच प्रस्तावित जलमार्ग के विभिन्न पहलुओं को अंतिम रूप देंगे। देब ने आईएएनएस को बताया, केंद्रीय जहाजरानी मंत्रालय के अधिकारियों ने सूचित किया कि भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्लूएआई) के अधिकारी सहित दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी 28-29 जनवरी को त्रिपुरा का दौरा करेंगे। अधिकारी त्रिपुरा सहित दोनों देशों के बीच प्रस्तावित जलमार्ग के विभिन्न मुद्दों को अंतिम रूप देंगे।
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा की गोमती नदी से बांग्लादेश की मेघना नदी के बीच 35 किलोमीटर जलमार्ग को विकसित करने का कार्य अगले महीने से शुरू होना है। देब ने कहा, बांग्लादेश में संसदीय चुनावों के कारण परियोजना कार्य में विलंब हुआ। उन्होंने कहा, नए जलमार्ग के विकसित होने के बाद जहाजों व समुद्री पर्यटन की आवाजाही से लोगों और सामान को लाना-ले जाना संभव होगा। इससे व्यापार, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों से लोगों के बीच संपर्क बढ़ेगा।
आईडब्लूएआई की चार सदस्यीय टीम ने पिछले महीने त्रिपुरा के सोनामुरा का दौरा किया था ताकि टर्मिनल इमारत (जेट्टी) के लिए स्थल का चुनाव किया जा सके। केंद्रीय जहाजरानी मंत्रालय के मुताबिक, 111 राष्ट्रीय जलमार्ग में से 20 पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं, जिसमें से अधिकतर असम में है। भारत और बांग्लादेश के बीच 54 नदियां बहती हैं।