इस्लामाबाद : पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने कई पाकिस्तानी लोगों को उनके द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भाग लेने की कोशिश पर परेशान किए जाने व कार्यक्रम स्थल छोड़कर चले जाने के लिए मजबूर किए जाने के बाद सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी है।
बिसारिया ने शनिवार को कहा, मैं उन सभी दोस्तों से माफी मांगना चाहता हूं, जिनकी बाहर कुछ अतिरिक्त जांच की गई।
उन्होंने कहा, आपका बहुत-बहुत आभार। बहुत से दोस्तों को बाहर रोक दिया गया।
बिसारिया ने बाद में मीडिया से कहा कि यह घटना भारत व पाकिस्तान के बीच बेहतर संबंधों पर प्रतिकूल असर डालेगी।
पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा होटल सेरेना में भारतीय इफ्तार पार्टी को परोक्ष रूप से नाकाम करने की कोशिश की गई। इसमें खुफिया कर्मी बिना वर्दी के शामिल थे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को भी पार्टी में आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने इसमें भाग नहीं लिया।
अन्य आमंत्रित लोगों में राजनेता, समुदायों के नेता, सूफी प्रमुख, अकादमिक लोग, लेखक व नागरिक समाज के कार्यकर्ता शामिल थे।
जैसे ही अतिथि कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना शुरू हुए तो उन्हें बाहर रोक दिया गया और पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा उन्हें अंदर जाने से आक्रमकता के साथ रोका गया।
पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने कथित तौर पर कराची फेडरेशन ऑफ चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स, फैसलाबाद चेंबर्स ऑफ कॉमर्स व लाहौर चेंबर्स ऑफ कॉमर्स के सदस्यों को टेलीफोन कर इफ्तार पार्टी में भाग नहीं लेने को कहा।
हालांकि, कुछ पाकिस्तानी लोगों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
पाकिस्तानी मीडिया ने शनिवार की घटना की रिपोर्ट नहीं दी। यह घटना नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भारतीयों को भारतीय सुरक्षा कर्मियों द्वारा रोके जाने के पाकिस्तान के आरोप के कुछ दिन बाद सामने आई है।