नई दिल्ली : दो बार की विश्व विजेता वानेसा कालाडजिनस्काया ने कहा है कि भारतीय कुश्ती बीते कुछ वर्षो की तुलना में अब पहले से ज्यादा पेशेवर हो गई है।
बेलारूस की रहने वाली यह ओलम्पियन प्रो रेसलिंग लीग (पीडब्ल्यूएल) के चौथे सीजन में यूपी दंगल का अहम हिस्सा हैं। उन्होंने गीता फोगाट और उनकी बहन बबीता फोगाट को छह साल पहले स्ट्राथकोना में विश्व चैम्पियनशिप में खेलते देखा था।
वानेसा ने आईएएनएस से साक्षात्कार में कहा, न सिर्फ यह दो लड़कियां- गीता और बबीता बल्कि भारतीय कुश्ती भी अब चीजों को काफी पेशेवर तरीके से करने लगी है। आप हर किसी विभाग में सुधार देख सकते हैं और खेल का स्तर दिन ब दिन बेहतर होता जा रहा है। मैं बीते साल भी पीडब्ल्यूएल में खेलने आई थी और मैंने कई उभरते हुए खिलाड़ियों को देखा था। उन्होंने अब विश्व चैम्पियनशिप जैसे बड़े टूर्नामेंट में जीतना शुरू कर दिया है।
उनका मानना है कि इस बदलाव का एक बड़ा कारण पीडब्ल्यूएल है क्योंकि यह भारतीय पहलवानों को मौका देता है।
यूरोपियन चैम्पियनशिप-2018 की रजत पदक विजेता ने कहा, युवा जब इतनी बड़ी लीग देखते हैं तो उन्हें प्ररेणा मिलती है। यह आगे आकर कुश्ती को करियर बनाना चाहते हैं। यह मौजूदा खिलाड़ियों के लिए भी काफी मददगार है क्योंकि जितने ज्यादा लोग उन्हें जानेंगे उन्हें उतना समर्थन मिलेगा।
वानेसा ने विश्व चैम्पियनशिप-2012 में स्वर्ण पदक जीता था और फिर अपने बच्चे की परवरिश के कारण ब्रेक में चली गई थीं। पांच साल बाद उन्होंने वापसी की और पेरिस में विश्व चैम्पियनशिप में दूसरा स्वर्ण जीता।
उन्होंने कहा, मैंने 2013 यूरोपियन चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया था जहां मैं तीसरे स्थान पर रही थी। इसके बाद मुझे स्वस्थय संबंधी परेशानियां हो गईं जिसके कारण मैं एक साल बाहर रही और फिर 2016 में दोबारा अभ्यास करना शुरू किया। अगले साल मैं फिर से विश्व चैम्पियन बनी।
उन्होंने कहा, मैंने जिम्नास्टिक की भी कोशिश की क्योंकि मेरे माता-पिता दोनों जिम्नास्टिक किया करते थे। मेरे पिता वारेली अंतर्राष्ट्रीय कोच रहे हैं जबकि मेरी मां ने बेलारूस में कोचिंग की है। यह मेरे रेसलिंग में आने के काफी दिनों के बाद की बात है।
वानेसा भारत की मिठाई गुलाबजामुन की बड़ी प्रशंसक हैं। वह अपने डाइट प्लान से इतर जाकर भी गुलाबजामुन खाने से नहीं कतरतीं।
उन्होंनें कहा, मुझे वो बहुत पसंद हैं। मुझे यहां काफी चीजें पसंद आने लगी हैं उनमें से मिठाई एक है। मैं काफी हिन्दी फिल्में भी देखती हूं। जब मैं पिछली बार यहां आई थी तब मैंने काफी सारी देखी थीं। इस बार उतनी नहीं देखीं।