नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को द्विपक्षीय संबंधों पर विदेशी मामलों की संसद की स्थायी समिति को भारत के पाकिस्तानी आतंकवादी शिविरों पर हमले व इसके बाद पाकिस्तान के हवाई हमले के मद्देनजर जानकारी दी।
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस नेता शशि थरूर की अध्यक्षता वाली इस समिति के सदस्यों ने सुझाया कि सरकार अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को व्यापक व जोरदार तरीके से बताए कि यह पाकिस्तान पर हमला नहीं था, बल्कि आतंकवाद व आतंकवादी शिविरों पर लक्षित हमला था।
सूत्रों के कहा कि विदेश सचिव विजय गोखले ने संसदीय समिति के सदस्यों को पाकिस्तान के आतंकवादी शिविरों पर हवाई हमले के बाद के घटनाक्रम की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि किस तरह से भारतीय बलों ने पाकिस्तान के हवाई हमले को नाकाम किया, जिसमें हवाई मुठभेड़ में पाकिस्तान के एफ-16 को मार गिराया गया। इस हवाई लड़ाई में भारत को भी एक मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान का नुकसान हुआ।
संसदीय समिति के सभी सदस्यों ने भारतीय वायुसेना की कार्रवाई की सराहना की और इसे वीरतापूर्ण बताया।
सूत्रों ने कहा कि गोखले से अमेरिका व यूएई के तीसरे पक्ष के दखल के बारे में भी पूछा गया, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बारे में नहीं कह सकते।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी इस समिति के सदस्य हैं। लेकिन वह इस बैठक में मौजूद नहीं थे।