नई दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री व कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम गुरुवार को आईएनएक्स मीडिया मामले से जुड़ी जांच के तहत पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए।
कार्ति चिदंबरम मध्य दिल्ली में ईडी के जामनगर कार्यालय में पूर्वान्ह 11.05 बजे पहुंचे। कार्ति से धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत पूछताछ होगी।
पी.चिदंबरम को वित्तीय जांच एजेंसी के समक्ष 8 फरवरी को पेश होने के लिए कहा गया है। कार्ति से कई मौकों पर मामले में ईडी व साथ ही साथ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) पूछताछ कर चुका है।
सीबीआई और ईडी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि कैसे पी. चिंदबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से 2007 में मंजूरी दिलाने का प्रबंध किया था। साल 2007 के दौरान कार्ति के पिता पी. चिदंबरम संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में वित्त मंत्री थे।
कार्ति चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया को 2007 में एफआईपीबी से मंजूरी दिलाने के लिए कथित रूप से रिश्वत लेने के आरोप में 28 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था।
कार्ति को बाद में जमानत दे दी गई थी।
इस मामले में ईडी ने कार्ति के चार्टर्ड अकाउंटेंड एस. भास्करारमन को भी गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।
एजेंसी पी.चिदंबरम से भी आईएनएक्स समूह को एफआईपीबी मंजूरी देने को लेकर दो बार पूछताछ कर चुकी है।
ईडी ने सीबीआई की एक प्राथमिकी के आधार पर एक पीएमएलए का मामला दर्ज किया। ईडी ने 2007 में विदेश से 305 करोड़ की राशि प्राप्त करने के लिए आईएनएक्स मीडिया को एफआईपीबी मंजूरी देने में कथित तौर पर अनियमितता का आरोप लगाया है।
ईडी की अब तक की जांच से पता चला है कि एफआईपीबी की मंजूरी के लिए आईएनएक्स मीडिया के पीटर व इंद्राणी मुखर्जी ने पी.चिदंबरम से मुलाकात की थी ताकि उनके आवेदन में किसी तरह की देरी ना हो।
ईडी ने कहा है कि इस तरह से जो रुपया जुड़ी इकाईयों द्वारा प्राप्त किया गया, वह गैरकानूनी रूप से एएससीपीएल में लगा दिया गया।
ईडी ने कार्ति चिदंबरम की 54 करोड़ रुपये की संपत्ति और मामले से जुड़ी एक कंपनी को कुर्क किया है। ईडी ने इसी से जुड़े मामले में मुखर्जी की संपत्तियों को भी कुर्क किया है।