नई दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का लाभ उठाने के लिए न्यू स्पेस इंडिया लि. को (एनएसआईएल) को निगमीकृत किया गया है। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की।
सीतारमण ने कहा कि एनएसआईएल का प्राथमिक उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों में उद्योग की भागीदारी को बढ़ाना है। वित्तमंत्री ने अपना पहला केंद्रीय बजट पेश करते हुए कहा, भारत एक प्रमुख अंतरिक्ष शक्ति के रूप में उभरा है। समय आ गया है ्र कि इस व्यावसायिक क्षमता का दोहन किया जाए।
उन्होंने कहा, कंपनी विभिन्न अंतरिक्ष उत्पादों के व्यवसायीकरण का अगुवा बनेगी।
इसरो के केंद्रों और अंतरिक्ष विभाग (डीओएस) की घटक इकाइयों के अनुसंधान और विकास कार्यो के व्यवसायिक दोहन के लिए एनएसआईएल को डीओएस के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत छह मार्च को निगमीकृत किया गया था।
एनएसआईएल के कामकाज में अन्य चीजों के अलावा उद्योग को लघु उपग्रह प्रौद्योगिकी हस्तांतरित करना शामिल है, जहां एनएसआईएल डीओएस/इसरो से लाइसेंस प्राप्त करेगा और उसके बाद वह निजी क्षेत्रों के सहयोग से लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (एएसएलवी) का विनिर्माण करने वाले उद्योगों को उप लाइसेंस प्रदान करेगा।