अमरावती : वाईएसआर कांग्रेस पार्टी नेता वाई.एस.जनगमोहन रेड्डी की बहन शर्मिला आंध्र प्रदेश में एक नए तरीके से पार्टी का प्रचार कर रही हैं।
शर्मिला के प्रचार अभियान का केंद्र बाय बाय बाबू नारा है। इसके जरिए वह हर रैली व रोड शो में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की विदाई के लिए लोगों को प्रेरित कर रही हैं। चंद्रबाबू नायडू को बाबू के नाम से भी बुलाया जाता है।
आंध्र प्रदेश में 11 अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनावों में वाईएसआरसीपी की जीत को लेकर आश्वस्त शर्मिला एक नए तरह के प्रचार अभियान के साथ आई हैं, जिसमें वह यह संदेश दे रही हैं कि तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है।
वह हर सभा में लोगों से कह रही है कि बाबू को अलविदा कहने का समय आ गया है और इसके बाद भीड़ से तेज आवाज में बाय बाय बाबू कहने की अपील करतीं हैं। अपने नुकीले संवादों से वह बाबू व उनके बेटे नारा लोकेश पर चुनावी वादों को पूरा करने में विफलता को लेकर निशाना साध रहीं हैं।
शर्मिला की प्रचार अभियान बस में एक डिजिटल घड़ी लगी हुई है, जो बाबू सरकार के जाने के दिनों व समय का संकेत देती है। इसमें प्रजा थीरपू (लोगों के फैसले) बाय बाय बाबू का नारा भी लगा हुआ है।
वाईएसआरसीपी नेताओं का कहना है कि इससे न सिर्फ पार्टी कैडर का मनोबल बढ़ रहा है, बल्कि यह पार्टी के पक्ष में एक सकारात्मक लहर भी पैदा कर रहा है।
वाईएसआरसीपी सभी निर्वाचन क्षेत्रों में उल्टी गिनती करने वाली घड़ियों को लगवा रही है, जिससे इसके प्रचार अभियान को धार मिले।
डिजिटल उल्टी गिनती करने वाली घड़ियों का विचार व नारा इंडियन पोलिटिकल एक्शन कमेटी (आईपीएसी) द्वारा दिया गया है, जो अभियान में वाईएसआरसीपी की सहायता कर रही है।
आईपीएसी का गठन चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने किया है। इससे पहले आईपीएसी ने प्रचार नारा रावली जगन, कावली जगन (हम जगन को चाहते हैं, जगन आना चाहिए) दिया था। राज्य में 175 सदस्यीय विधानसभा व 25 लोकसभा सीटों के लिए 11 अप्रैल को चुनाव होने हैं।