श्रीनगर : जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक सोमवार को इस साल की 45 दिवसीय अमरनाथ यात्रा के पहले दिन अमरनाथ गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी की प्रथम पूजा में शामिल हुए।
मलिक श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के प्रमुख भी हैं। यह संस्था राज्य और केंद्र सरकार की सहायता से अमरनाथ यात्रा के मामलों का प्रबंधन करती है।
एसएएसबी के सूत्रों ने कहा कि मलिक ने मंदिर में पूजन किया और राज्य की निरंतर शांति, सद्भाव, प्रगति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
राज्यपाल के साथ श्राइन बोर्ड के सीईओ उमंग नरूला भी मौजूद थे।
नरूला ने कहा, राज्यपाल ने आधार शिविरों में यत्रियों के लिए किए गए प्रबंध की समीक्षा की और उनके समर्थन और सहयोग के लिए राज्य सरकार, सेना, राज्य पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और अन्य एजेंसियों को बोर्ड की ओर से आभार जताया।
नरूला ने कहा, उन्होंने तीर्थयात्रा के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने के लिए यात्रा प्रबंधन में शामिल शिविर निदेशकों और अन्य पदाधिकारियों द्वारा प्रभावी निगरानी और 24 घंटे निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया।
नरूला ने कहा कि राज्यपाल ने इस वार्षिक तीर्थयात्रा को सफल बनाने के लिए कश्मीर के लोगों की सराहना की।
उन्होंने इस यात्रा के संचालन में स्थानीय लोगों के समर्थन की सराहना की और इस यात्रा में उनकी भूमिका को कश्मीरियत का सच्चा सार बताया, जो राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द्र के लिए अनुकरणीय है।
श्राइन बोर्ड के सीईओ ने यात्रियों को तीर्थयात्रा पर जाने के लिए मेडिकल परीक्षण और वैध यात्रा परमिट प्राप्त करने का आग्रह किया है।
सूत्रों ने कहा कि नरूला ने तीर्थयात्रियों से आग्रह किया है कि वे पूरी तैयारी के साथ आएं, क्योंकि तापमान 2-5 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।