रांची : कांग्रेस ने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए झारखंड के अपने सात उम्मीदवारों में से तीन के नामों की घोषणा कर दी है। झारखंड में विपक्षी दलों के गठबंधन में कांग्रेस को सात सीटें चुनाव लड़ने के लिए मिली हैं।
पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय को रांची, सुखदेव भगत को लोहरदग्गा और गीता कोड़ा को चाईबासा सीट से उम्मीदवार बनाया है। गीता कोड़ा और सुखदेव भगत फिलहाल विधायक हैं।
गीता कोड़ा पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी है। मधु कोड़ा दो वजहों से चर्चा में आए थे। वह निर्दलीय होने के बावजूद भी झामुमो और राजद के समर्थन से सितंबर 2006 में राज्य के मुख्यमंत्री बन गए थे। उनके चर्चा में आने की दूसरी वजह उनपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप थे।
यह आरोप लगाए गए थे कि कोड़ा और उनके सहयोगी 4,000 करोड़ रुपये के घोटाले में संलिप्त हैं। आयकर विभाग ने 2009 में उनके परिसर पर छापा मारा था और उन्हें बाद में जेल भेज दिया गया था। वह सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज किए गए मामलों का सामना कर रहे हैं।
मधु कोड़ा ने बाद में खुद अपनी पार्टी बनाई और 2009 में चुनाव लड़ा और चाईबासा सीट से लोकसभा के लिए चुने गए। उनकी पत्नी भी 2009 में जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से विधायक बनीं। बीते साल मधु कोड़ा की पार्टी का कांग्रेस में विलय हो गया।
भाजपा ने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार बढ़ाने का आरोप लगाया। भाजपा प्रवक्ता रबी भट्ट ने आईएएनएस से कहा, सभी जानते हैं कि कैसे मधु कोड़ा ने मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य को लूटा था। चूंकि वह दोषसिद्धी के डर से चुनाव नहीं लड़ सकते, कांग्रेस राज्य में लोकसभा सीट के लिए उनकी पत्नी पर निर्भरता जता रही है।
कांग्रेस ने इन आरोपों से इनकार किया है और कहा कि गीता कोड़ा दो बार विधायक रही हैं और उनके राजनीतिक करियर को ध्यान में रखकर और मतदाताओं के बीच उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें टिकट दिया गया है।