बेंगलुरू : कर्नाटक में सत्तारूढ़ जनता दल (सेकुलर) के प्रदेश अध्यक्ष ए.एच. विश्वनाथ ने हालिया लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मंगलवार को अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। लोकसभा चुनाव में जद (एस) को मात्र एक सीट पर जीत मिली थी।
विश्वनाथ ने यहां संवाददाताओं से कहा, मैंने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी प्रमुख एच.डी. देवेगौड़ा को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
पार्टी के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि गौड़ा ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है और उनसे इस्तीफा वापस लेने को मनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन विश्वनाथ ने कहा कि वह अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे।
पार्टी के प्रवक्ता रमेश बाबू ने कहा, आलाकमान जल्द ही बैठक करेगा और मामले पर चर्चा करेगा, वरिष्ठ नेताओं जैसे एच.डी. रेवन्ना ने विश्वनाथ को इस्तीफा वापस लेने की सलाह दी है।
गठबंधन साझेदार कांग्रेस को हार के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए विश्वनाथ ने कहा कि ऐसा दोनों पार्टियों के बीच सहयोग व समन्वय की कमी के कारण है। लोकसभा चुनावों में कांग्रेस व जद (एस) को एक-एक सीट पर जीत मिली।
विश्वनाथ ने कहा, कांग्रेस 20 सीटें हार गई और 10 सीटों में से 9 को बरकरार रखने में विफल रही। जद (एस) 6 सीटें हार गए। 2014 में जो हमने दो सीटें जीती थीं, हम सिर्फ एक सीट (हसन) को बरकरार रख सके।