बेंगलुरू : कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मांग को गुरुवार को खारिज कर दिया।
भाजपा ने यह मांग सत्तारूढ़ जनता दल-सेकुलर (जद-एस) और कांग्रेस की गठबंधन सरकार के 16 विधायकों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार को इस्तीफा देने के बाद सरकार के अल्पमत में आने के बाद की है।
मंत्रिमंडलीय बैठक के बाद राज्यपाल वजूभाई वाला को इस्तीफा देने की संभावनाओं से संबंधित एक प्रश्न पूछने पर कुमारस्वामी ने कन्नड़ भाषा में कहा, मुझे इस्तीफा क्यों देना चाहिए? इसकी क्या जरूरत है?
उन्होंने स्पष्ट किया कि वे यहां शुक्रवार को शुरू हो रहे मानसून सत्र में भाग लेंगे। कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा ऐसी मांग कैसे कर सकती है जब उसके मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने 2008-09 में अपने 18 विधायकों के बगावत करने के बाद भी इस्तीफा नहीं दिया था।
कुमारस्वामी ने कहा, आपको उनसे (येदियुरप्पा) पूछना चाहिए कि भाजपा के 18 विधायकों ने राज्यपाल के पास जाकर एक संयुक्त पत्र में सरकार से अपना इस्तीफा लेने के बाद भी उन्होंने इस्तीफा क्यों नहीं दिया था।
मंत्रिमंडलीय बैठक से पहले कुमारस्वामी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, पार्टी के प्रदेश प्रभारी के.सी. वेणुगोपाल, कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव और उप मुख्यमंत्री परमेश्वरा से अपनी साल भर पुरानी सरकार को बचाने पर चर्चा की।
इससे पहले बुधवार को येदियुरप्पा की अगुआई में भाजपा ने राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन देकर कुमारस्वामी के इस्तीफे की मांग की थी।