मुंबई : रिलायंस समूह ने शुक्रवार को एलएंडटी फाइनेंस और एडिलवीस समूह की कुछ कंपनियों द्वारा इस साल चार फरवरी से सात फरवरी के बीच रिलायंस समूह के गिरवी रखे गए शेयरों की खुले बाजार में बिक्री को अवैध और हद पार करनेवाला बताया है।
यहां जारी एक बयान में रिलायंस कैपिटल ने कहा, कुछेक एनबीएफसीज, असल में एलएंडटी फाइनेंस और एडिलवीस समूह की कुछ कंपनियों ने रिलायंस समूह के गिरवी रखे सूचीबद्ध शेयरों की चार फरवरी से सात फरवरी के बीच खुले बाजार में बिक्री की, जिनका मूल्य करीब 400 करोड़ रुपये था।
रिलायंस समूह ने कहा, कर्ज की सुरक्षा के लिए गिरवी रखे गए शेयरों को बेचने के अधिकार का इस्तेमाल अवैध और हद से अधिक था, क्योंकि कर्ज के दस्तावेजों के हिसाब से यह जरूरत से ज्यादा था।
बयान में कहा गया है, उपरोक्त दो समूहों द्वारा की गई यह कार्रवाई अवैध, मंशा से प्रेरित और पूरी तरह से अनुचित थी। इससे इन चार दिनों में कंपनी के बाजार पूंजीकरण में 13,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जोकि करीब 55 फीसदी है। इससे 72 लाख से अधिक संस्थागत और खुदरा शेयरधारकों का नुकसान हुआ और सभी हितधारकों का नुकसान हुआ।