नई दिल्ली : लोकसभा में बुधवार को उस समय भारी हंगामा देखने को मिला, जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल सौदे पर गोवा के एक मंत्री की बातचीत वाली एक रिकॉर्डिग बजाने के लिए कहा।
राहुल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने एक निजी कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए विमान का सौदा करने में निर्धारित प्रक्रियाओं को नजरअंदाज किया, विमानों की संख्या घटा दी और विमान को तीनगुनी अधिक कीमत में खरीदा।
हंगामा उस समय शुरू हुआ, जब राहुल ने अपना मोबाइल फोन उठाया और रिकॉर्डेड बातचीत को बजाना चाहा। इस दौरान वित्तमंत्री अरुण जेटली सहित सत्ताधारी सदस्यों ने इसका सख्त विरोध किया। जेटली ने आरोप लगाया कि फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैंक्रों के बारे झूठ बोलने के बाद राहुल गांधी अब उस बातचीत को बजाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके बारे में वह जानते हैं कि वह झूठ है।
ड्रामा राफेल सौदे पर एक चर्चा के दौरान शुरू हुआ। कांग्रेस इस सौदे की जांच एक संयुक्त संसदीय समिति से कराना चाहती है।
हंगामा जारी रहने पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने गांधी से कथित बातचीत को सत्यापित करने के लिए कहा और उनसे सख्त लहजे में कहा कि वह कोई रिकॉर्डिग न बजाएं।
इस पर राहुल ने कहा, वे इतना डर गए हैं, तो मैं टैप नहीं बजाऊंगा, लेकिन उन्होंने कहा कि वह रिकॉर्डेड बातचीत को पढ़ेंगे।
जेटली ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि गांधी जानते हैं कि यह झूठ है और इसलिए वह इसे सत्यापित करने से इंकार कर रहे हैं।
वित्तमंत्री ने मैक्रों के बारे में गांधी के बयान का जिक्र किया और कहा कि वह भी झूठा और मनगढं़त था। उन्होंने कहा, आपको पता है कि यह झूठ है। चूंकि वह जानते हैं कि यह झूठ है..वह बार-बार झूठ बोल रहे हैं।
दोनों पक्षों के बीच गरमागरम बहस होते देख लोकसभा अध्यक्ष ने पांच मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।