मुंबई : महाराष्ट्र के आदिवासी आश्रम स्कूल की चार लड़कियों सहित 11 जनजातीय छात्रों का एक समूह रविवार को माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई का अभियान शुरू करेगा। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। कठिन और ठंडे पहाड़ी इलाकों की मुश्किलों से निपटने के लिए विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित ये 11 छात्र राज्य के मिशन शौर्य-2019 के तहत इस चुनौती का सामना करेंगे।
मुख्य सचिव यू.पी.एस. मदान, जनजातीय विभाग की प्रधान सचिव मनीषा वर्मा और अन्य गणमान्य अतिथियों ने शुक्रवार शाम को उन्हें हरी झंडी दिखाई।
11 सदस्यी टीम में सात लड़के मुन्ना ढिकर, शिवचरण भिलवेकर, सुग्रीव मंडे, केतन जाधव, अनिल कुंडे, मनोहर हिलिम, सूरज आडे शामिल हैं। वहीं चार लड़कियों के नाम हैं- हेमलता गायकवाड़, चंद्रकला गावित, अंतुबाई कोटनाके और सुषमा शर्मा। ये सभी अमरावती, चंद्रपुर, यवतमाल, पालघर, नासिक और धुले जैसे दूर दराज व पिछले जनजातीय इलाकों के रहने वाले हैं।
यह दूसरी बार है, जब महाराष्ट्र से जनजातीय छात्रों की टीम नेपाल में विश्व की सबसे ऊंची चोटी को फतह करने के मिशन पर जा रही है। मई 2018 में चंद्रपुर के पांच जनजातीय छात्रों ने माउंट एवरेस्ट को फतह कर इतिहास रचा था और विश्व की सबसे ऊंची चोटी पर भारतीय तिरंगा फहराया था।
मदान ने कहा कि इस पहल से जनजातीय समुदाय को सशक्त बनाने में मदद मिली है। भविष्य में इन्हें भारी सामाजिक लाभ प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि वह कामना करते हैं कि ये 11 युवा अपने अभियान में सफल हों।