लंदन : आस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल का मानना है कि गेंद की मूवमेंट और गेंदबाजों के अनुकूल परिस्थिति के कारण सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर विश्व कप में अब तक आक्रामक बल्लेबाजी नहीं कर पाए हैं।
एक साल का बैन लगने से पहले 96.55 का स्ट्राइकर रेट रखने वाले वार्नर मौजूदा टूर्नामेंट में तेजी से रन नहीं बना पाए हैं। वह तीन मैचों में दो अर्धशतकों के साथ सबसे अधिक रन बनाने के मामले में छठे नंबर पर हैं।
न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन और वार्नर 100 या उससे अधिक रन बनाने वाले दो ही ऐसे बल्लेबाज हैं, जिनका स्ट्राइक रेट 80 से कम है।
भारत के खिलाफ रविवार को भी वार्नर 84 गेंदों पर केवल 56 रन बना पाए। उनका स्ट्राइकर रेट 66.67 का रहा। यह उनके करियर का सबसे धीमा अर्धशतक था।
क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने मैक्सवेल के हवाले से बताया, शायद परिस्थिति या शायद गेंद इसका कारण हो सकती है।
मैक्सवेल ने कहा, गेंद में मेरी उम्मीद से ज्यादा मूवमेंट है। हम 500 जैसे बड़े स्कोर और गेंद को हर दिशा में मारने की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन 5-10 ओवर होते ही गेंद स्विंग होना शुरू हो गई। वार्नर इस वर्ष हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में हैदराबाद के लिए खेलते हुए 12 मैचों में 692 रन जड़े थे।