लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ेगी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मायावती के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन मंगलवार को आजमगढ़ में कहा कि 2022 में जब विधानसभा चुनाव होंगे तब समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार बनाएगी।
इसे सपा के विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ने के संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है। मायावती ने कहा कि वह समाजवादी पार्टी के साथ अपने गठबंधन से विराम ले रही हैं। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा यह एक स्थायी विराम नहीं है। उन्होंने समाजवादी पार्टी को अपने कैडर में सुधार लाने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि यादव मतदाताओं ने गठबंधन का समर्थन नहीं किया। उन्होंने कहा, अगर यादवों ने गठबंधन को भारी संख्या में वोट दिया होता तो डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव और अक्षय यादव जैसे वरिष्ठ सपा नेता यादव बहुल सीटों से नहीं हारते। यह समाजवादी पार्टी के लिए चिंता का विषय है।
बसपा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी को समाजवादी पार्टी के आधार वोट से कोई फायदा नहीं हुआ है।
मायावती ने कहा, हालांकि, हम राजनीतिक मजबूरियों को नजरअंदाज नहीं कर सकते और हम विधानसभा उपचुनाव लड़ेंगे। हालांकि, यह पथ का अंत नहीं है। अगर समाजवादी पार्टी अपने कार्यकतार्ओं में एक मिशनरी उत्साह पैदा करती है और अपने प्रदर्शन में सुधार करती है, तो हम देखेंगे।
मायावती ने अखिलेश यादव और उनके परिवार के साथ अपने संबंधों के बारे में बात की और कहा कि उन्होंने उन्हें बहुत सम्मान दिया। उन्होंने कहा, हमारा संबंध समाप्त नहीं होगा हालांकि राजनीति एक और पहलू है।