पणजी : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां शनिवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज कर सत्ता में आती है तो गोवा में सतत खनन बहाल किया जाएगा।
राहुल यहां शुक्रवार को अपने दो दिवसीय दौरे के तहत कांग्रेस की बूथ समिति के पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करने आए थे।
उन्होंने आज(शनिवार) गोवा माइनिंग पीपुल्स फ्रंट के समन्वयक पुति गांवकर और मछुआरा समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की।
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि पार्टी गोवा माइनिंग पीपुल्स फ्रंट के सदस्यों की मदद करेगी, जिन्हें मौजूदा खनन प्रतिबंध के कारण अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा था। पार्टी उनके हक में सर्वोच्च न्यायालय में वरिष्ठ वकील का बंदोबस्त करेगी।
सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले वर्ष फरवरी में गोवा के 88 खनन पट्टों से लौह अयस्क के उत्खनन और परिवहन पर प्रतिबंध लगा दिया था। शीर्ष अदालत ने राज्य सरकार को खनन पट्टे दोबारा जारी करने के भी निर्देश दिए थे।
पिछले माह, मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि राज्य सरकार को खनन गतिरोध समाप्त करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
गांवकर ने चेतावनी देते हुए कहा कि खनन पर आश्रित लोग उन राजनेताओं के खिलाफ काम करेंगे, जो खनन बहाल करने के लिए काम नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा, हमारा रुख स्पष्ट है। जिन्होंने हमारे रोजगार बंद किए थे, हम आगामी चुनाव में उनके खिलाफ काम करेंगे।
राहुल ने गोवा में मछुआरा समुदाय के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की, जिन्होंने तटीय क्षेत्र कानून के नियमों में नए संशोधनों को समाप्त करने के अलावा अन्य कई मांगें की।
अखिल गोवा मछुआरा संघ के महासचिव ओलिनसिओ सिमोस ने कहा, हमने नए सीआरजेड नियमों को समाप्त करने, नदी के राष्ट्रीयकरण के निरूपण समेत अन्य मामलों के संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि वह हमारी सभी मांगों पर ध्यान देंगे। हमने केंद्रीय स्तर पर एक अलग मत्स्य मंत्रालय की भी मांग की।