नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां स्वदेशी ट्रेन 18 को हरी झंडी दिखाई, जिसका नाम बदल कर वंदे भारत एक्सप्रेस कर दिया गया है। इसका संचालन नई दिल्ली से प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी तक किया जाएगा।
जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 45 जवानों के मारे जाने की पृष्ठभूमि में उदास दिख रहे मोदी ने स्टेशन पर उपस्थित भीड़ से कहा कि वे वंदे भारत एक्सप्रेस के डिजायनरों और इंजीनियरों के प्रति आभारी हैं। यह ट्रेन सुबह 11.20 बजे रवाना हुई।
इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो कि भारतीय रेल नेटवर्क की सबसे तेज स्पीड है।
प्रधानमंत्री ने कहा, पिछले साढ़े चार वर्षों में हमारी ईमानदारी और कड़ी मेहनत के साथ, हमने रेलवे में सुधार करने की कोशिश की है।
इससे पहले, मोदी ने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वंदे भारत एक्सप्रेस के कोच और इंजन केबिन का निरीक्षण किया।
जम्मू एवं कश्मीर में आतंकी हमले पर चर्चा के लिए मोदी ने सुरक्षा पर कैबिनेट समिति की एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसके कारण ट्रेन के उद्घाटन में 80 मिनट से अधिक की देरी हुई।
रेल मंत्री पीयूष गोयल, भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और रेलवे बोर्ड के सदस्य उद्घाटन यात्रा पर ट्रेन में सवार थे।
वंदे भारत एक्सप्रेस की बुकिंग शुक्रवार से शुरू हुई और सभी सीटों की बुकिंग चार घंटे के भीतर ही हो गई। यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच चलेगी। वंदे भारत एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों की जगह पर चलाई जाएगी। इस अत्याधुनिक ट्रेन का निर्माण चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री द्वारा किया गया है।