अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुरुवार को संसद में दिया गया भाषण भयावह था।
चंद्रबाबू ने आरोप लगाया कि मोदी अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा कर न्याय करने के बजाय उनके राज्य के जख्मों पर नमक रगड़ रहे हैं।
नायडू ने यह बात तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के नेताओं के साथ एक टेलीकॉन्फ्रेंस के दौरान कही।
चंद्रबाबू नायडू तेदेपा के अध्यक्ष भी हैं। आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने के समझौते से केंद्र सरकार के इनकार के बाद तेदेपा, भाजपा की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार से अलग हो गई।
चंद्रबाबू ने मोदी द्वारा विपक्षी गठबंधन को महा मिलावट कहने पर कड़ी आपत्ति जाहिर की।
नायडू भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने की कवायद में जुटे हैं।
तेदेपा सूत्रों के अनुसार, नायडू ने विपक्ष के आरोप को दोहराया कि मोदी ने देश के लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया है और कहा कि मोदी सरकार सभी मोर्चो पर असफल रही है।
तेदेपा प्रमुख की आंध्र प्रदेश के विशेष दर्जा की मांग को लेकर 11 फरवरी को नई दिल्ली में 12 घंटे के धरना-प्रदर्शन की योजना है। उन्होंने सभी से अपने विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने की अपील की है।
विरोध प्रदर्शन में कई राष्ट्रीय पार्टियों के नेताओं के शामिल होने का दावा करते हुए नायडू ने राज्य की विपक्षी पार्टी को भी इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।
नायडू ने कहा, यह उन्हें निर्णय लेना है कि वे राज्य के लोगों के साथ खड़े होते हैं, या राजनीति जारी रखते हैं।