नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने शुक्रवार को भारतीय जनसंघ के विचारक नानाजी देशमुख, प्रसिद्ध असमिया कवि भूपेन हजारिका और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए भारत रत्न की घोषणा की। नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका को यह सम्मान मरणोपरांत मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलग-अलग ट्वीट कर देश के प्रति तीनों हस्तियों के योगदान पर प्रकाश डाला है। उन्होंने कहा कि भूपेन हजारिका के गीतों को हर पीढ़ी के लोग सराहते हैं। उन्होंने भारतीय संगीत परंपरा को वैश्विक स्तर पर पहुंचाया।
भूपेन हजारिका का निधन पांच नवंबर, 2011 को हुआ था। प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्रामीण विकास के प्रति नानाजी देशमुख के योगदान के कारण हमारे गांवों में रहने वालों को एक नई राह मिली। उन्होंने कहा वह सही अर्थो में भारत रत्न के हकदार हैं। नानाजी देशमुख का निधन 27 फरवरी, 2010 को हुआ था।
प्रधानमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बारे में कहा, प्रणब दा हमारे समय के उत्कृष्ट राजनेता हैं। उन्होंने दशकों तक देश की निस्वार्थ और अथक सेवा की है, जिससे देश ने विकास पथ पर मजबूत छाप छोड़ी है। खुशी है कि वह भारत रत्न से सम्मानित हुए हैं।