जींद (हरियाणा) : हरियाणा की जींद विधानसभा सीट पर हुए बहुकोणीय उपचुनाव के लिए सोमवार को 1.72 लाख में से करीब 75 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया। यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और नवगठित जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के लिए नाक का सवाल बन चुका है। उपचुनाव व्यापक रूप से शांतिपूर्ण रहा।
अगस्त 2018 में इनेलो से दो बार विधायक रहे हरि चंद मिड्ढा के निधन के कारण यह उपचुनाव हुआ। उनके बेटे भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं।
जिला चुनाव अधिकारी अमित खत्री ने यहां संवाददाताओं को बताया कि निर्वाचन क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।
सुबह सात बजे शुरू होने वाले मतदान से पहले ही ग्रामीण व शहरी इलाकों में कुछ मतदान केंद्रों पर लोगों की कतारें देखी जाने लगीं। मतदान शाम पांच बजे समाप्त हुआ।
ग्रामीण इलाकों में महिला मतदाता बड़ी संख्या में अपने घरों से मतदान के लिए निकलीं। कुछ जगहों पर कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में खराबी आने पर कुछ दिक्कतें पैदा हुईं।
शुरुआती दो घंटों में 10 फीसदी मतदान हुआ था। जबकि दोपहर बाद दो बजे मतदान प्रतिशत बढ़कर 50 फीसदी हो गया। शाम पांच बजे 72 प्रतिशत मतदान हो चुका था और बड़ी संख्या में लोग मतदान केंद्रों के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
निर्वाचन क्षेत्र में 174 मतदान केंद्र थे। हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बल के 3,000 से अधिक जवान निर्वाचन क्षेत्र में तैनात हैं।
जींद में 1.72 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। 1.7 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग का लगभग 50 प्रतिशत और जाटों का लगभग 25 प्रतिशत वोट है।
यह उपचुनाव मैदान में उतरे सभी चार प्रमुख दलों – सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और नवगठित जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के लिए एक परीक्षा है।
इस चुनाव में चार मुख्य उम्मीदवार रणदीप सिंह सुरजेवाला (कांग्रेस), कृष्ण मिड्ढा (भाजपा), उम्मेद सिंह (इनेलो) और दिग्विजय चौटाला (जेजेपी) हैं। वोटों की गिनती 31 जनवरी को होगी।