नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल के बर्दवान में 2014 में हुए बम विस्फोट की जांच के दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री और पांच हैंड ग्रेनेड बरामद किए हैं। गिरफ्तार जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के आतंकवादी हबीबुर रहमान शेख द्वारा किए गए खुलासे के बाद इस बारे में पता चला।
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हमने सात जुलाई को बेंगलुरु से पांच हैंड ग्रेनेड, एक टाइमर डिवाइस, तीन इलेक्ट्रिक सर्किट, संदिग्ध विस्फोटक पदार्थ, आईईडी या रॉकेट बनाने में इस्तेमाल होने वाले अलग-अलग अवयव और कई अन्य सामग्री बरामद की है।
उन्होंने कहा, ये हैंड ग्रेनेड देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की साजिश के हिस्से के तौर पर बनाए गए थे।
एनआईए ने 25 जून को कर्नाटक की राजधानी के डोडाबलपुर से हबीबुर रहमान शेख को गिरफ्तार किया। इसने एक दिन बाद बेंगलुरु के रामनगर में एक नाले से दो आईईडी बरामद किए।
एनआईए अधिकारी के अनुसार, शेख ने जेएमबी की गतिविधियों के लिए धन जुटाने के लिए 2018 में बेंगलुरू में हुई डकैतियों के कई मामलों में अपने शामिल होने का खुलासा किया।
शेख वरिष्ठ जेएमबी सरगना जाहिदुल इस्लाम उर्फ कौसर का करीबी सहयोगी था और जेएमबी के अन्य सरगनाओं जैसे रहमतुल्ला शेख और मौलाना युसुफ के साथ जुड़ा हुआ था।
उसे एनआईए द्वारा मार्च 2015 में भारत और बांग्लादेश की सरकारों के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश में शामिल होने के आरोप में दायर आरोपपत्र में नामित किया गया। बांग्लादेश सरकार ने 2005 में जेएमबी पर प्रतिबंध लगा दिया और इस साल मई में भारत ने इस पर प्रतिबंध लगाया।
जेएमबी सदस्य को मंगलवार को एनआईए के विशेष न्यायाधीश के समक्ष बेंगलुरू में पेश किया गया। एनआईए को कोलकाता में विशेष एनआईए अदालत के समक्ष उसे पेश करने के लिए पांच दिन की ट्रांजिट रिमांड दी गई।