इंद्र वशिष्ठ
आम आदमी ही नहीं अब सांसद भी संसद तक में यह बात कहने लगे हैं कि दिल्ली पुलिस झपटमारी के मामलों को दर्ज नहीं करती है। झपटमारी को चोरी में दर्ज़ करती हैं। गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि एफआईआर दर्ज न करने वाले 18 पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। राज्य सभा में सांसद राजकुमार धूत ने पूछा कि क्या सरकार को इस बात की जानकारी है कि झपटमारी/ स्नैचिंग की घटनाओं में दिल्ली पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं करती और यदि करती भी है तो झपटमारी के बजाए चोरी में एफआईआर दर्ज करती है।
सांसद ने यह भी पूछा कि क्या यह सच है कि पुलिस वाले एफआईआर दर्ज करने की बजाए पीड़ित व्यक्ति से दुर्व्यवहार/बदसलूकी करते है। गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने इस सवाल के जवाब में बताया कि दिल्ली पुलिस ने इस साल 31-10-2019 तक झपटमारी के 5307 मामले दर्ज किए हैं। झपटमारी के मामले दर्ज न करने या कानून की सही धारा में दर्ज न करने की तीन शिकायत पुलिस को इस साल मिली हैं। जिन पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गृह राज्य मंत्री ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने बताया है कि सभी थानों को निर्देश दिए गए हैं कि संज्ञेय अपराध के मामले कानून की उपयुक्त/ सही धारा में दर्ज करना सुनिश्चित करें।
गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि इस साल अक्टूबर तक एफआईआर दर्ज न करने वाले दोषी 18 पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इनमें से 14 पुलिसवालों को चेतावनी/नाराजगी/ स्पष्टीकरण/ सलाह ज्ञापन दिए गए और 4 पुलिस वालों के खिलाफ सेंश्योर (निंदा) की कार्रवाई की गई हैं ।
गृह राज्य मंत्री ने बताया कि पुलिस वालों द्वारा किसी पीड़ित व्यक्ति / शिकायतकर्ता के उत्पीड़न या बदसलूकी किए जाने का कोई मामला जानकारी में नहीं आया है। लोगों की सुविधा के साथ-साथ ऐसे मामलों से बचने के लिए पुलिस ने शिकायतकर्ता के साथ उपयुक्त व्यवहार के लिए थानों में महिला जन सुविधा अफसर तैनात करने की योजना शुरू की है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में बेख़ौफ़ लुटेरों ने आतंक मचा रखा है। महिला हो या पुरुष कोई भी कहीं पर भी सुरक्षित नहीं हैं। लूटपाट और लुटेरों पर अंकुश लगाने में नाकाम पुलिस अपराध के आंकड़ों की बाजीगरी से अपराध कम होने का दावा करने में जुटी हुई हैं। लूटपाट की वारदात को दर्ज़ न करके या हल्की धारा में दर्ज कर पुलिस एक तरह से लुटेरों की ही मदद कर रही हैं। पुलिस के ऐसे हथकंडों के कारण ही अपराध बढ़ रहे हैं और अपराधी बुलंद हौसले के साथ बेख़ौफ़ होकर लगातार वारदात कर रहे हैं।