भुवनेश्वर : ओडिशा सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना को राज्य में लागू करने के लिए उसके प्रस्ताव की नए सिरे से जांच कराएगी।
आयुष्मान भारत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इंदु भूषण के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने इस योजना को लागू किए जाने के मुद्दे पर ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास और मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पधी से विमर्श किया।
दास ने कहा, केंद्र ने हमें प्रस्ताव दिया है और हम इसकी जांच कर रहे हैं। हम पाएंगे कि ओडिशा के लोगों को आयुष्मान भारत योजना से कोई फायदा होगा, तब हम कोई फैसला लेंगे।
उन्होंने कहा, हम जांच करेंगे (प्रस्ताव की) ओर यह देखेंगे कि यह हमारी मौजूदा स्वास्थ्य योजना के साथ मिलकर बेहतर काम कर सकती है या नहीं। ओडिशा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और दिल्ली को छोड़कर आयुष्मान भारत योजना 25 राज्यों में लागू है।
वहीं, पधी ने कहा, हमने केंद्र की इस योजना और ओडिशा सरकार की बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना (बीएसकेवाई) के बारे में शुरुआती चर्चा की है। दो-तीन बार चर्चा के बाद ही हम किसी नतीजे पर पहुंच सकते हैं।
केंद्र के प्रतिनिधि भूषण ने कहा, इस राज्य के पास पहले से एक अच्छी और मजबूत योजना है। राज्य की मौजूदा योजना (बीएसकेवाई) के साथ आयुष्मान भारत योजना को मिलाना हमारी चुनौती है। ऐसा करने के लिए हम सभी कोशिशें करेंगे।
बीएसकेवाई के तहत 70 लाख गरीब परिवारों के पुरुषों के लिए 5 लाख रुपये तक और महिलाओं के लिए 7 लाख रुपये तक का चिकित्सा व्यय सरकार वहन करती है। जबकि आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य लाभ का प्रावधान है। इसमें महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान नहीं है।