नई दिल्ली : दुनिया भर के पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) में स्थापित 55 फीसदी से ज्यादा एप्लिकेशंस आउटडेटेड हैं, जिससे यूजर्स और उनके पर्सनल डेटा सुरक्षा खतरों को लेकर असुरक्षित हैं। वैश्विक साइबर सिक्युरिटी कंपनी अवास्ट के एक नए शोध में यह जानकारी दी गई है।
अवास्ट की पीसी ट्रेंड्स रिपोर्ट 2019 के मुताबिक, यूजर्स सिक्यूरिटी पैचेज को अपडेट नहीं करते और अपने पीसी पर लोकप्रिय एप्लिकेशनों का आउटडेटेड वर्शन रखते हैं, जिससे वे अपने आप को हैकर्स के लिए असुरक्षित बना रहे हैं। जिन एप्लिकेशनों को अपडेट करने की यूजर्स सबसे अधिक कोताही बरतते हैं, उनमें एडोब शॉकवेव (96 फीसदी), वीएलसी मीडिया प्लेयर (94 फीसदी) और स्काइप (94 फीसदी) है।
अवास्ट के अध्यक्ष ओंडरेज विल्क ने एक बयान में कहा, हममें से ज्यादातर अपने स्मार्टफोन को नियमित रूप से बदलते हैं, लेकिन यही बात हमारे पीसीज के लिए नहीं कही जा सकती है। अब पीसी की औसत उम्र छह साल हो चुकी है। इसलिए हमें अपने डिवाइसों को अवांछित खतरों से बचाने के लिए अधिक प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, इसमें हार्डवेयर को अंदर-बाहर से साफ करने से लेकर सुरक्षा उत्पादों और एप्स को अपडेट रखना प्रमुख है, ताकि वह लंबे समय तक चले।
इस रिपोर्ट को दुनिया भर से एकत्रित 16.3 करोड़ डिवाइसों के आंकड़ों के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें पाया गया कि विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) अब दुनिया भर के 40 फीसदी पीसीज में स्थापित है, जबकि विंडोज-7 43 फीसदी पीसीज में स्थापित है। हालांकि सभी विंडोज-7 यूजर्स के 15 फीसदी और सभी विंडोज 10 यूजर्स के 10 फीसदी पुराने या अनसर्पोटेड उत्पाद का इस्तेमाल करते हैं, जिससे सुरक्षा का गंभीर जोखिम पैदा हो गया है।