इस्लामाबाद : पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जंजुआ ने पी-5 राष्ट्रों के राजदूतों से मुलाकात कर जम्मू एवं कश्मीर में अर्धसैनिक बल के दस्ते पर आतंकवादी हमले में इस्लामाबाद की भूमिका के भारत के आरोपों को खारिज कर दिया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने शुक्रवार रात ट्वीट किया, विदेश सचिव ने आज (शुक्रवार) विदेश मंत्रालय में पी-5 राजदूतों से संक्षिप्त मुलाकात कर पुलवामा हमले पर भारत के आरोपों को खारिज किया।
पी-5 में अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और इंग्लैंड हैं जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्य हैं।
राजदूतों के साथ बैठक में जंजुआ ने भारत पर बिना जांच-पड़ताल के पाकिस्तान पर तत्काल आरोप लगाने को पुरानी आदत बताया।
भारत के विदेश सचिव विजय गोखले के शुक्रवार को पी-5 राष्ट्रों के राजदूतों समेत लगभग दो दर्जन राजदूतों से बैठक करने के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तानी विदेश सचिव ने यह बैठक की है।
पाकिस्तानी विदेश सचिव ने बैठक में कहा कि उनके देश ने भारत के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया है और पाकिस्तान का बातचीत के लिए प्रस्ताव और करतारपुर पहल इसके स्पष्ट सबूत हैं।
फैसल ने जंजुआ के हवाले से ट्विटर पर लिखा कि क्षेत्र में तनाव बढ़ने के नकारात्मक परिणाम होंगे।
पाकिस्तानी मूल के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने गुरुवार को पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक काफिले पर कार बम से हमला कर दिया था जो राज्य में 1989 में अलगावादी आंदोलन शुरू होने के बाद सबसे भीषण हमला था। हमले में कम से कम 49 जवान शहीद हुए थे।