नई दिल्ली : भारत ने पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जांजुआ के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने पुलवामा हमले में उनके देश का संबंध होने से इंकार कर दिया था। भारत ने कहा कि गुरुवार को हुए हमले की जिम्मेदारी लेने वाला आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान का है तो सभी को यह संबंध स्पष्ट दिख रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने जांच की मांग को निर्थक बताते हुए कहा कि एक वीडियो में आत्मघाती हमलावर खुद को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य बता रहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान की तरफ से द्विपक्षीय संबंधों पर कोई रचनात्मक कदम उठाते नहीं देखा है और वह आतंकवादियों और जैश जैसे आतंकवादी संगठनों को शरण देता रहा है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मांग के बावजूद इस्लामाबाद ने ऐसे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया है।
भारत ने क्षेत्र को आतंक मुक्त करने के लिए पाकिस्तान से आतंकवादियों और उसके क्षेत्र से संचालित आतंकवादी संगठनों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
प्रवक्ता की यह प्रतिक्रिया पाकिस्तान की विदेश सचिव के पुलवामा हमले में पाकिस्तान की भूमिका से इंकार करने के बाद आया है। गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर हुए हमले में 49 जवान शहीद हो गए थे। जांजुआ ने शुक्रवार रात पी-5 देशों के राजदूतों से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
प्रवक्ता ने कहा, संगठन और उसका शीर्ष नेतृत्व पाकिस्तान में है। लश्कर-ए-तैयबा और अन्य आतंकवादी संगठनों ने हमले के समाचार का स्वागत किया है। ये संगठन भी पाकिस्तान में मौजूद हैं। पाकिस्तान यह दावा नहीं कर सकता कि वह इन संगठनों की उपस्थिति और उनकी गतिविधियों से अनजान है।
उन्होंने कहा, अंतर्राष्ट्रीय मांग के बावजूद उन्होंने ऐसे संगठनों और लोगों विशेषकर संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों द्वारा प्रतिबंधित संगठनों और लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। उनसे पाकिस्तान से संबंध स्पष्ट दिख रहे हैं। उनके मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों के साथ मंच साझा किए हैं।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी हमले से जैश-ए-मोहम्मद का संबंध बताने वाला ऑडियो-विजुअल सामने है।
प्रवक्ता ने कहा, जब एक वीडियो में आत्मघाती हमलावर खुद को जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य बता रहा है, फिर ऐसे में जांच की मांग निर्थक है। आतंकी हमले से जैश का संबंध बताने वाले ऑडियो-विजुअल्स और मुद्रित सामग्री भी है। इसलिए अब हमें कोई शक नहीं है कि यह दावा मजबूती के साथ सही है।
उन्होंने कहा कि जहां पाकिस्तान की तरफ से बातचीत के प्रस्ताव के दावे किए जा रहे हैं, वहीं वह आतंकवादी संगठनों को लगातार शरण दे रहा है।
उन्होंने कहा, हमने भारत के साथ रिश्ते बनाने के लिए पाकिस्तान की तरफ से कोई रचनात्मक कदम उठाते नहीं देखा। हमने देखा क्या कि एक तरफ वह बातचीत का प्रस्ताव दे रहा है, वहीं दूसरी तरफ वह जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों को शरण और सहयोग दे रहा है।