नई दिल्ली : देश में समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से हटाए जाने के बाद लोगों का मानना है कि देश में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने का समय आ गया है। एक अध्ययन में यह जिक्र किया गया है।
डेटिंग एप ओकेकुपिड के उपयोगकर्ताओं से जुटाए गए आकड़ों के अनुसार, ओकेकुपिड समुदाय के 55 फीसदी पुरुषों व 82 फीसदी महिलाओं का मानना है कि यह अगला कदम लेने का समय है और देश में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने का समय है।
इसके अलावा 36 फीसदी पुरुषों व 15 फीसदी महिलाओं ने कहा कि वे निश्चित नहीं हैं। उत्तरदाताओं के कुछ फीसदी ने इसे नहीं कहा।
एक बयान में कहा गया है कि ओकेकुपिड के भारत में 10 लाख से ज्यादा उपयोगकर्ता हैं। यह आंकड़ा एप पर प्रश्न के जरिए जुटाया गया है। इसमें नए व मौजूदा उपयोगकर्ताओं ने अपने संभावित भागीदारों को लेकर जवाब दिया है। यह आंकड़ा औसतन दो लाख से ज्यादा उत्तरदाताओं से एकत्र किया गया है।
अध्ययन के अनुसार, 68 फीसदी पुरुषों और 90 फीसदी महिलाओं ने कहा कि वे एलजीबीटीक्यू समुदाय की बहुत परवाह करते हैं।